Edited By Mahima,Updated: 21 Mar, 2025 10:25 AM

मेरठ में सौरभ राजपूत की हत्या में गिरफ्तार मुस्कान रस्तोगी और साहिल शुक्ला ने हत्या को लेकर कई महीने तक प्लानिंग की थी। साहिल के अंधविश्वास का फायदा उठाते हुए मुस्कान ने स्नैपचैट पर फर्जी ID बनाकर उसकी मृत मां के नाम से उसे संदेश भेजे। हत्या के बाद...
नेशनल डेस्क: मेरठ के सौरभ राजपूत हत्याकांड में अब कई नए खुलासे हो रहे हैं। गिरफ्तार मुस्कान रस्तोगी और साहिल शुक्ला ने सौरभ की हत्या की योजना काफी समय पहले बनाई थी। एक बार उनका प्लान फेल हो चुका था, लेकिन 4 मार्च को मुस्कान ने सौरभ को बेरहमी से मार डाला। फिर उसने शव के टुकड़े किए और ड्रम में सीमेंट से भर दिया।
मुस्कान ने उठाया साहिल के अंधविश्वास का फायदा
साहिल शुक्ला बहुत अंधविश्वासी था। उसकी मां कई साल पहले मर चुकी थी, लेकिन साहिल को यह यकीन था कि उसकी मां अब भी उससे बात करती है। मुस्कान ने साहिल के इस अंधविश्वास का फायदा उठाया। उसने स्नैपचैट पर तीन फेक अकाउंट बनाए थे, जिनमें से एक अकाउंट साहिल की मृत मां के नाम से था। मुस्कान ने इन अकाउंट्स से साहिल को संदेश भेजे और उसे विश्वास दिलाया कि उसकी मां चाहती है कि वह मुस्कान के साथ रहे।
कोफ्ते की सब्जी में नशे की गोली मिलाकर दी
मुस्कान और साहिल ने पहले सौरभ को शराब में नशे की गोली मिलाकर मारने की योजना बनाई थी, लेकिन सौरभ ने शराब पीने से मना कर दिया। इसके बाद, 4 मार्च को मुस्कान ने सौरभ को कोफ्ते की सब्जी में नशे की गोली मिलाकर दी। जैसे ही सौरभ बेहोश हुआ, मुस्कान और साहिल ने चाकू से उसकी हत्या कर दी। मुस्कान ने सबसे पहले सौरभ पर वार किया था। फिर दोनों ने शव को टुकड़ों में काटा और उसे ड्रम में सीमेंट से भर दिया।
तंत्र-मंत्र में विश्वास रखने वाले व्यक्ति का घर
साहिल के घर की दीवारों पर तंत्र-मंत्र के चिह्न पाए गए थे। पुलिस को दीवारों पर भोलेनाथ की तस्वीरें, काले और लाल रंग से उकेरे गए तांत्रिक चिह्न, और कुछ अजीब वाक्य मिले, जो साहिल के अंधविश्वास को दर्शाते थे। यह घर किसी सामान्य व्यक्ति का नहीं बल्कि एक तंत्र-मंत्र में विश्वास रखने वाले व्यक्ति का प्रतीत हो रहा था। हत्या के बाद, मुस्कान और साहिल बिना किसी पछतावे के हिमाचल प्रदेश घूमने चले गए। बाद में पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार किया। यह घटना यह साबित करती है कि दोनों को अपने अपराध का कोई खौ़फ नहीं था और उन्हें लगता था कि उनका अपराध कभी खुल नहीं पाएगा।