Edited By Parminder Kaur,Updated: 27 Apr, 2025 10:37 AM
उत्तर प्रदेश के मऊ जिले के कोपागंज थाना क्षेत्र के कस्बे में मुस्लिम समाज के लोगों ने आतंकवाद के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। हजारों की संख्या में लोग रात के समय सड़कों पर उतरे, हाथों में तिरंगा और मोमबत्तियां लिए हुए थे। इस दौरान सभी प्रदर्शनकारियों...
नेशनल डेस्क. उत्तर प्रदेश के मऊ जिले के कोपागंज थाना क्षेत्र के कस्बे में मुस्लिम समाज के लोगों ने आतंकवाद के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। हजारों की संख्या में लोग रात के समय सड़कों पर उतरे, हाथों में तिरंगा और मोमबत्तियां लिए हुए थे। इस दौरान सभी प्रदर्शनकारियों के बाजुओं पर काली पट्टी बंधी हुई थी। उन्होंने 'पाकिस्तान मुर्दाबाद' के नारे लगाए और आतंकवादियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले में निर्दोष और निहत्थे लोगों को धर्म के आधार पर मारा गया, जो कि पूरी तरह से मानवता के खिलाफ है।
काली पट्टी बांधकर विरोध प्रदर्शन
पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद देशभर में लोगों का गुस्सा फूट पड़ा है। विभिन्न स्थानों पर लोग विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। मुस्लिम समाज के लोग भी इस हमले के खिलाफ सड़कों पर उतरे हैं और अपना विरोध जताया है। हाल ही में मऊ में मुस्लिम समुदाय के लोग इस हमले के विरोध में एकजुट हुए। इन लोगों ने बाजुओं में काली पट्टी बांध रखी थी और हाथों में मोमबत्तियां ले कर सड़कों पर 'पाकिस्तान मुर्दाबाद' के नारे लगाए। इसके अलावा उन्होंने सरकार से इस हमले का कड़ा जवाब देने की मांग की।
देशभर में गुस्से का माहौल
इस प्रदर्शन के दौरान एक प्रदर्शनकारी अफरोज आलम ने कहा, "हम सिर्फ बदला चाहते हैं। मोदी और योगी, तुम्हें नहीं छोड़ेंगे। पूरे हिंदुस्तान के लोग गुस्से में हैं। अब वक्त आ गया है कि इन नापाक हरकतों का जवाब दिया जाए।" इसी तरह का गुस्सा और आक्रोश देश के विभिन्न हिस्सों में भी देखने को मिला। गुरुग्राम में भी 25 अप्रैल को मुस्लिम समाज के लोग नमाज के बाद काली पट्टी बांधकर सड़कों पर उतरे और आतंकवाद के खिलाफ नारे लगाए।