Edited By rajesh kumar,Updated: 19 Feb, 2025 02:23 PM
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आंध्र प्रदेश और तेलंगाना सरकारों ने रमजान के पवित्र महीने के दौरान मुस्लिम कर्मचारियों को एक घंटा पहले काम छोड़ने की अनुमति दी है। तेलंगाना में कांग्रेस की सरकार ने पहले यह निर्देश जारी किया था, जिसके बाद आंध्र प्रदेश सरकार ने भी इसे लागू किया।
नई दिल्ली: आंध्र प्रदेश और तेलंगाना सरकारों ने रमजान के पवित्र महीने के दौरान मुस्लिम कर्मचारियों को एक घंटा पहले काम छोड़ने की अनुमति दी है। तेलंगाना में कांग्रेस की सरकार ने पहले यह निर्देश जारी किया था, जिसके बाद आंध्र प्रदेश सरकार ने भी इसे लागू किया।
आंध्र प्रदेश सरकार का ऐलान
आंध्र प्रदेश में भी टीडीपी की सरकार ने मुस्लिम कर्मचारियों के लिए वही निर्णय लिया। राज्य सरकार ने 2 मार्च से 30 मार्च तक मुस्लिम कर्मचारियों को एक घंटे पहले छुट्टी देने की घोषणा की। इससे कर्मचारियों को रमजान के धार्मिक अनुष्ठान करने के लिए समय मिल सकेगा। यह सुविधा उन कर्मचारियों को दी जाएगी जो अनुबंध पर काम कर रहे हैं या फिर गांव और वार्ड सचिवालयों में काम करते हैं।
तेलंगाना सरकार का फैसला
तेलंगाना सरकार ने 2 मार्च से 31 मार्च तक मुस्लिम कर्मचारियों को शाम 4 बजे छुट्टी देने का आदेश दिया, हालांकि यह छुट्टी जरूरी कार्यों को छोड़कर दी जाएगी। इस फैसले को बीजेपी ने तुष्टिकरण की राजनीति बताते हुए आलोचना की। बीजेपी विधायक राजा सिंह ने इसे पक्षपाती बताया और कहा कि हिंदू त्योहारों को नज़रअंदाज़ किया जाता है, जबकि मुस्लिम कर्मचारियों को विशेष छुट्टी दी जा रही है।
कांग्रेस और समाजवादी पार्टी का समर्थन
तेलंगाना सरकार के फैसले का बचाव करते हुए कांग्रेस नेता मोहम्मद अली शब्बीर ने बीजेपी की आलोचना को खारिज किया। उन्होंने कहा कि यह सुविधा कई सालों से लागू है और यह विशेष रूप से मुस्लिम त्योहारों के दौरान दी जाती है, जैसे गणेश चतुर्थी और बोनालू। समाजवादी पार्टी के नेता अबू आसिम आजमी ने भी तेलंगाना सरकार के फैसले को सराहा और कहा कि मुसलमान उन्हें दुआएं देंगे। इस मामले में बीजेपी ने सवाल उठाया है कि क्या सरकार हिंदू त्योहारों के दौरान भी ऐसी छुट्टियां देती है, जबकि कांग्रेस और समाजवादी पार्टी ने इस कदम को इंसानियत दिखाने वाला बताया है।