Edited By Utsav Singh,Updated: 10 Nov, 2024 01:48 PM
उत्तर प्रदेश के अमेठी से एक शादी का कार्ड सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। यह कार्ड इसलिए चर्चा में है क्योंकि इसमें एक मुस्लिम परिवार ने अपनी बेटी की शादी के कार्ड पर हिंदू देवी-देवताओं की तस्वीरें छपवायी हैं। इस कार्ड में भगवान गणेश की फोटो और...
नेशनल डेस्क : उत्तर प्रदेश के अमेठी से एक शादी का कार्ड सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। यह कार्ड इसलिए चर्चा में है क्योंकि इसमें एक मुस्लिम परिवार ने अपनी बेटी की शादी के कार्ड पर हिंदू देवी-देवताओं की तस्वीरें छपवायी हैं। इस कार्ड में भगवान गणेश की फोटो और राधा-कृष्ण की तस्वीर भी है। इस कार्ड को देखकर लोग हैरान हैं और कुछ लोग इसे भाईचारे की मिसाल मान रहे हैं।
कार्ड में क्या है खास?
आमतौर पर हिंदू परिवारों के शादी के कार्ड पर भगवान गणेश की फोटो और हिंदू देवी-देवताओं की तस्वीरें होती हैं। लेकिन इस मुस्लिम परिवार के शादी कार्ड में भी भगवान गणेश और राधा-कृष्ण की तस्वीरें छपी हुई हैं। यह देखने के बाद लोग हैरान हैं क्योंकि यह सामान्य परंपराओं से अलग है। यह कार्ड 8 नवंबर को हुई सायमा बानो और इरफान की शादी का है, और शादी के पहले ही यह कार्ड सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था।
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सोशल मीडिया पर लोगों की प्रतिक्रियाएं
इस कार्ड के वायरल होने के बाद सोशल मीडिया पर तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। कुछ लोग इसे एकता और भाईचारे की मिसाल मान रहे हैं, जबकि कुछ लोग इस पर हैरानी जता रहे हैं। एक सोशल मीडिया यूजर ने लिखा, "अमेठी में एकता की मिसाल। मुस्लिम परिवार ने बेटी की शादी का कार्ड हिंदू रीति-रिवाज से छपवाया। कार्ड में गणेश जी और राधा-कृष्ण की तस्वीर। परिवार का संदेश: 'सभी वर्गों से प्यार, सभी सच्चे भारतवासी हैं।'" एक अन्य यूजर ने कहा, "ऐसे लोगों के प्रति मेरा हमेशा सम्मान रहता है। इस भाई ने मेरा दिल लूट लिया है।"
कुछ शंका जताने वाले कमेंट्स
कुछ लोग इस मामले में थोड़ा संकोच करते हुए भी नजर आए। एक यूजर ने लिखा, "यदि कोई बढ़िया कार्य करता है तो हमारा दायित्व बनता है कि हम उसकी सराहना करें।" वहीं एक अन्य यूजर ने कहा, "ऐसा ही कार्य हिंदुओं को भी करना चाहिए ताकि दोनों धर्मों के बीच सौहार्द बना रहे।" लेकिन कुछ यूजर्स ने चिंता जताई कि इस मुस्लिम परिवार के खिलाफ कोई फतवा जारी न हो जाए, जैसा कि कभी-कभी ऐसी स्थिति में होता है।
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भाईचारे की मिसाल या एक विवाद?
यह शादी का कार्ड सोशल मीडिया पर एक नई बहस का कारण बन गया है। जहां एक ओर लोग इसे हिंदू-मुस्लिम भाईचारे की मिसाल मान रहे हैं, वहीं कुछ लोग इसे लेकर संकोच कर रहे हैं। ऐसे कार्ड और विवाह समारोह एक सकारात्मक संदेश देने का काम करते हैं, जिसमें धर्म, समुदाय या जाति से ऊपर उठकर लोग एक-दूसरे से प्रेम और सम्मान के साथ रहते हैं।
अमेठी के मुस्लिम परिवार का शादी का कार्ड न सिर्फ एक धार्मिक और सांस्कृतिक एकता का प्रतीक बनकर उभरा है, बल्कि यह लोगों को यह सिखाने की कोशिश भी कर रहा है कि धर्म और जाति से ऊपर उठकर मानवता और भाईचारे के सिद्धांतों को मानना चाहिए। सोशल मीडिया पर इसके बारे में मिश्रित प्रतिक्रियाएं आ रही हैं, लेकिन यह एक ऐसी पहल है जिसे सकारात्मक रूप में देखा जा सकता है।