Edited By Rahul Rana,Updated: 30 Dec, 2024 01:14 PM
ऑल इंडिया मुस्लिम जमात ने नए साल का जश्न मनाने के खिलाफ फतवा जारी करते हुए इसे इस्लाम और शरीयत के विरुद्ध बताया है। मुफ्ती शहाबुद्दीन रजवी ने मुसलमानों से अपील की है कि वे न तो जश्न का हिस्सा बनें और न ही किसी को बधाई दें। फतवे में पटाखे फोड़ने,...
नेशनल डेस्क। ऑल इंडिया मुस्लिम जमात ने नए साल का जश्न मनाने के खिलाफ फतवा जारी करते हुए इसे इस्लाम और शरीयत के विरुद्ध बताया है। मुफ्ती शहाबुद्दीन रजवी ने मुसलमानों से अपील की है कि वे न तो जश्न का हिस्सा बनें और न ही किसी को बधाई दें। फतवे में पटाखे फोड़ने, नाच-गाना और बधाई संदेश भेजने जैसी गतिविधियों को शरीयत की नजर में गलत बताया गया है।
साइबर ठगी से बचाव के लिए चेतावनी जारी
भोपाल साइबर क्राइम विभाग ने नववर्ष और त्योहारों के दौरान बढ़ती ऑनलाइन धोखाधड़ी को लेकर एडवाइजरी जारी की है। लोगों को फर्जी गिफ्ट और बधाई संदेशों के लिंक से सावधान रहने की सलाह दी गई है।
फतवे के मुताबिक, क्या-क्या है इस्लाम के खिलाफ
: नए साल का जश्न मनाना
: एक-दूसरे को बधाई देना
: पटाखे फोड़ना
: तालियां बजाना
: शोर मचाना
: सीटियां बजाना
: लाइट बंद करके हुड़दंग करना
: फिर लाइट जलाना
: नाच-गाना करना
: शराब पीना
: जुआ खेलना
: WhatsApp आदि से एक-दूसरे को मैसेज भेजकर मुबारकबाद देना
शरीयत के दायरे में रहें मुसलमान
फतवे में नए साल की पार्टियों, शोर-शराबे और आधुनिक तरीकों से जश्न मनाने को गैर-इस्लामिक करार दिया गया है। जमात ने साफ किया है कि इस तरह की गतिविधियां मुसलमानों को शरीयत से भटका सकती हैं।
ऑनलाइन ठगी से रहें सतर्क
साइबर क्राइम विभाग ने बताया कि ठग नववर्ष के मौके पर बधाई लिंक और गिफ्ट स्कीम के जरिए ठगी कर सकते हैं। अपग्रेड पैन कार्ड के नाम पर भी धोखाधड़ी की संभावना है। पुलिस ने ऐसे मामलों में तुरंत शिकायत दर्ज कराने की सलाह दी है।
सामाजिक और साइबर सुरक्षा पर जोर
जहां धार्मिक संगठनों ने शरीयत के पालन पर जोर दिया है वहीं पुलिस ने डिजिटल सुरक्षा की आवश्यकता पर बल दिया है। दोनों ही मामलों में आम जनता को सतर्क रहने और अनुशासन बनाए रखने की अपील की गई है।