Edited By Parveen Kumar,Updated: 29 Dec, 2024 08:16 PM
ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना मुफ्ती शहाबुद्दीन रज़वी बरेलवी ने नए साल के जश्न को लेकर फतवा जारी किया है। उन्होंने कहा है कि जो मुस्लिम युवक और युवतियां नए साल का जश्न मनाते हैं, उन्हें ऐसा नहीं करना चाहिए।
नेशनल डेस्क : ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना मुफ्ती शहाबुद्दीन रज़वी बरेलवी ने नए साल के जश्न को लेकर फतवा जारी किया है। उन्होंने कहा है कि जो मुस्लिम युवक और युवतियां नए साल का जश्न मनाते हैं, उन्हें ऐसा नहीं करना चाहिए। फतवे में ये भी कहा गया है कि नए साल का जश्न मनाना मुसलमानों के लिए गलत है, क्योंकि यह ईसाईयों का त्योहार है और इसे मनाना इस्लाम में सख्त नाजायज है।
मौलाना मुफ्ती शहाबुद्दीन रज़वी ने स्पष्ट रूप से कहा कि नए साल का जश्न एक गैर-मजहबी परंपरा है, और इसे अपनाना मुसलमानों के लिए मना है। उनका कहना है कि जो मुस्लिम लड़के और लड़कियां नए साल पर नाच-गाना करेंगे, शराब पीएंगे या जश्न मनाएंगे, वे शरीयत के हिसाब से गुनाहगार माने जाएंगे। इसलिए मुसलमानों को चाहिए कि वे नए साल का जश्न मनाने से बचें और इस पर बधाई देने से भी दूर रहें।
फतवे में प्रमुख बातें
- नया साल ईसाईयों का त्योहार है और मुसलमानों को इससे दूर रहना चाहिए।
- नए साल का जश्न मनाना इस्लाम में नाजायज है।
- नाच, गाना और शराब का सेवन इस्लाम के खिलाफ है और गुनाह माना जाएगा।
- मुसलमानों को इस तरह के गैर-मजहबी त्योहारों से बचना चाहिए।