Edited By Rahul Rana,Updated: 21 Nov, 2024 12:14 PM
उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में एक एफसीआई (भारतीय खाद्य निगम) के गोदाम में बड़ी संख्या में 145 बंदरों की रहस्यमय मौत हो गई। इन सभी बंदरों की एफसीआई के गोदाम में लाशें पड़ी हुई मिली। यह घटना तब सामने आई जब गोदाम में काम करने वाले कर्मचारियों ने बिना...
नॅशनल डेस्क। उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में एक एफसीआई (भारतीय खाद्य निगम) के गोदाम में बड़ी संख्या में 145 बंदरों की रहस्यमय मौत हो गई। इन सभी बंदरों की एफसीआई के गोदाम में लाशें पड़ी हुई मिली। यह घटना तब सामने आई जब गोदाम में काम करने वाले कर्मचारियों ने बिना प्रशासन को सूचित किए बंदरों के शवों को गोदाम के परिसर में खुदवाए गए गड्ढे में दफन कर दिया।
गेहूं में मिलाया जाने वाले पदार्थ खाकर हुई मौत
इस घटना में कुल 145 बंदरों की मौत हुई। बताया जा रहा है कि बंदरों ने गोदाम में गेहूं में मिलाए जाने वाले किसी पदार्थ को खा लिया था, जिससे उनकी जान चली गई। जब हिंदूवादी संगठन के कुछ कार्यकर्ताओं को इस बारे में जानकारी मिली, तो वे मौके पर पहुंचे और हंगामा किया। उन्होंने प्रशासन से इस मामले में कार्रवाई की मांग की।
गोदाम के कर्मचारियों से पूछताछ
मामला प्रशासन तक पहुंचते ही एडीएम (उप जिला मजिस्ट्रेट), एसडीएम (क्षेत्रीय उप जिलाधिकारी), सीओ सिटी और पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। अधिकारियों ने गोदाम के कर्मचारियों से पूछताछ की। गोदाम के टेक्नीशियन ने बताया कि सभी बंदरों की मौत हो चुकी थी, और इन्हें बिना किसी सूचना के दफना दिया गया था।
एफसीआई के गोदाम के इंचार्ज ने बताया कि मृतक बंदरों की आत्मा की शांति के लिए शनिवार को वह अपने स्तर पर परिसर में सुंदरकांड का पाठ करवाएंगे। वहीं प्रशासन ने इस घटना की जांच शुरू कर दी है और कहा कि यदि आवश्यक हुआ तो मृत बंदरों के शवों की खुदाई भी करवाई जाएगी और पोस्टमार्टम भी कराया जा सकता है। अधिकारियों ने यह माना कि कहीं न कहीं लापरवाही हुई है।
वहीं इस मामले में हाथरस नगर पालिका परिषद की चेयरमैन के पति और पूर्व सांसद राजेश दिवाकर भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने कहा कि इस घटना में लापरवाही हुई है और दोषी कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। साथ ही, नगर पालिका की ओर से जल्द ही बंदरों को पकड़ने की कार्रवाई की जाएगी।