Edited By Parveen Kumar,Updated: 22 Nov, 2024 06:55 PM
नागार्जुन ने कहा, "मेरे पिता का सपना बहुत स्पष्ट था: वह तेलुगु सिनेमा को एक ऐसी ताकत बनाना चाहते थे, जिसे हर कोई पहचाने।" उन्होंने बताया कि पिता अक्किनेनी नागेश्वर राव (ANR) ने अन्नपूर्णा स्टूडियो की स्थापना की, जो आज भी तेलुगु फिल्म इंडस्ट्री की...
नेशनल डेस्क : नागार्जुन ने कहा, "मेरे पिता का सपना बहुत स्पष्ट था: वह तेलुगु सिनेमा को एक ऐसी ताकत बनाना चाहते थे, जिसे हर कोई पहचाने।" उन्होंने बताया कि पिता अक्किनेनी नागेश्वर राव (ANR) ने अन्नपूर्णा स्टूडियो की स्थापना की, जो आज भी तेलुगु फिल्म इंडस्ट्री की नींव बना हुआ है।
नागार्जुन ने ANR की दूरदर्शिता को सराहा, जो मानते थे कि भाषा कभी भी सिनेमा के रास्ते में रुकावट नहीं बननी चाहिए। "यह सोच उस समय के लिए काफी आगे की थी," नागार्जुन ने कहा। उन्होंने आगे बताया कि ANR का सपना था कि तेलुगु सिनेमा को अखिल भारतीय पहचान मिले।
इस दौरान, खुशबू सुंदर ने नागार्जुन से ANR की विरासत को आगे बढ़ाने की जिम्मेदारी पर सवाल किया। नागार्जुन ने बताया कि अपने परिवार की मदद से उन्होंने ANR के दृष्टिकोण को बचाए रखा है, और अन्नपूर्णा कॉलेज ऑफ फिल्म जैसी पहल के माध्यम से यह सुनिश्चित किया है कि आने वाली पीढ़ी को एक मंच मिले।
सवाल-जवाब के सत्र में जब ANR पर बायोपिक बनाने के बारे में पूछा गया, तो नागार्जुन ने बताया कि वह ANR के जीवन पर एक डॉक्यूमेंट्री बनाने का प्लान बना रहे हैं। "यह डॉक्यूमेंट्री उनके जीवन और दृष्टिकोण को सही तरीके से दर्शाएगी," उन्होंने कहा। सत्र का समापन ANR के योगदान को सम्मानित करते हुए हुआ, जिससे दर्शकों को एक सिनेमा किंवदंती के योगदान से प्रेरणा मिली।