Edited By rajesh kumar,Updated: 21 Nov, 2024 06:03 PM
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने बृहस्पतिवार को दिल्ली-एनसीआर (राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र) के बाजार में कर्नाटक दुग्ध संघ (केएमएफ) के ‘नंदिनी' ब्रांड के दूध उत्पादों को पेश किया।
नेशनल डेस्क: कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने बृहस्पतिवार को दिल्ली-एनसीआर (राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र) के बाजार में कर्नाटक दुग्ध संघ (केएमएफ) के ‘नंदिनी' ब्रांड के दूध उत्पादों को पेश किया। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में पैर जमाने के लिए नंदिनी के उत्पादों के दाम प्रतिस्पर्धियों की तुलना में कुछ कम रखे गए हैं। सहकारी संस्था शुक्रवार से गाय के दूध से बने चार प्रकार के उत्पाद, दही और छाछ की खुदरा बिक्री करेगी।
इनकी कीमतें प्रतिस्पर्धी होगी और यह मदर डेयरी और अमूल जैसी स्थापित कंपनियों को टक्कर देगी। गाय का दूध 56 रुपए प्रति लीटर, फुल क्रीम दूध 67 रुपए प्रति लीटर, मानकीकृत दूध 61 रुपए प्रति लीटर, टोंड दूध 55 रुपए प्रति लीटर और दही 74 रुपए प्रति किलोग्राम की दर से बेचा जाएगा।
सिद्धारमैया का बयान
सिद्धारमैया ने उत्पादों को पेश करने के बाद संवाददाताओं से कहा, “हमारे पास राज्य में अतिरिक्त दूध है। केएमएफ मांड्या मिल्क यूनियन के साथ मिलकर दिल्ली-एनसीआर में प्रतिदिन तीन-चार लाख लीटर अतिरिक्त दूध का विपणन करेगा।” केएमएफ फिलहाल प्रतिदिन 100 लाख लीटर दूध एकत्रित करता है, जिसमें से स्थानीय खपत 60 लाख लीटर है। इससे नए बाजारों में विस्तार के लिए 40 लाख लीटर का अतिरिक्त दूध बच जाता है। हालांकि, मुख्यमंत्री ने 2,500 किलोमीटर से अधिक दूरी तक दूध पहुंचाने की चुनौतियों को स्वीकार किया, जिसमें 50-54 घंटे लगते हैं।
उन्होंने कहा कि अतिरिक्त दूध के लिए नए बाजार तलाशने की जरूरत है और धीरे-धीरे केएमएफ दिल्ली-एनसीआर में प्रतिदिन पांच-छह लाख लीटर दूध बेचने में सक्षम हो जाएगा। केएमएफ के चेयरमैन एल बी पी भीमनायक ने भरोसा दिलाया कि परिवहन के दौरान दूध की गुणवत्ता बरकरार रखी जाएगी। उन्होंने कहा कि केएमएफ ने बिक्री को सुविधाजनक बनाने के लिए दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में 40 विक्रेताओं के साथ पहले ही साझेदारी कर ली है।