Edited By Anu Malhotra,Updated: 09 Jan, 2025 12:23 PM
जहां एक ओर पृथ्वी पर भूकंप से तबाही का खतरा मंडरा रहा है, वहीं अंतरिक्ष में एस्ट्रॉयड धरती के लिए हमेशा एक चिंता का विषय बने रहते हैं। आए दिन कोई न कोई एस्ट्रॉयड धरती के पास से गुजरता है, और नासा की स्पेस एजेंसी इन पर लगातार नजर रखती है। आज सुबह भी...
नेशनल डेस्क: जहां एक ओर पृथ्वी पर भूकंप से तबाही का खतरा मंडरा रहा है, वहीं अंतरिक्ष में एस्ट्रॉयड धरती के लिए हमेशा एक चिंता का विषय बने रहते हैं। आए दिन कोई न कोई एस्ट्रॉयड धरती के पास से गुजरता है, और नासा की स्पेस एजेंसी इन पर लगातार नजर रखती है। आज सुबह भी दो विशालकाय एस्ट्रॉयड धरती के पास से गुजरे, जिन पर नासा की कैलिफोर्निया स्थित जेट प्रपल्शन लैब (JPL) ने कड़ी निगरानी रखी।
एस्ट्रॉयड्स 2024 YW9 और 2024 PT5 नामक चट्टानें आज सुबह काफी करीब से धरती के पास से गुज़रीं। नासा द्वारा इन एस्ट्रॉयड्स के पास आते ही एक अलर्ट जारी किया गया था, लेकिन अब जब दोनों एस्ट्रॉयड धरती को पार कर चुके हैं, तो यह कहा जा सकता है कि धरती अब सुरक्षित है। दोनों एस्ट्रॉयड्स की दिशा बदलने के बाद अब यह खतरे से बाहर हैं।
एस्ट्रॉयड्स का आकार और गति:
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पहला एस्ट्रॉयड, 2024 YW9, का आकार लगभग 60 फीट था, जो एक घर के आकार के बराबर था, और यह 28,165 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से पृथ्वी की ओर बढ़ रहा था। यह सुबह 4:10 बजे पृथ्वी के पास से लगभग 1,040,000 किलोमीटर की दूरी से गुज़रा। हालांकि यह दूरी पर्याप्त थी, लेकिन यदि इसका रास्ता बदलता, तो यह पृथ्वी से टकरा सकता था।
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दूसरा एस्ट्रॉयड, 2024 PT5, का आकार छोटा था, लगभग 36 फीट, जो एक बस के आकार के बराबर था। यह 3,691 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से धरती के पास मंडरा रहा था और सुबह 7:41 बजे लगभग 1.8 मिलियन किलोमीटर की दूरी से गुजर गया।
धरती के लिए खतरा क्यों नहीं था? इन दोनों एस्ट्रॉयड्स से पृथ्वी को कोई खतरा नहीं था, क्योंकि इनका आकार और गति इतनी अधिक नहीं थी कि ये हमें नुकसान पहुंचा पाते। नासा का मानना है कि 150 मीटर या उससे बड़े आकार के एस्ट्रॉयड्स धरती के लिए खतरनाक हो सकते हैं। छोटे एस्ट्रॉयड्स, जैसे कि आज गुजरे, जब तक उनका रास्ता सौर तूफान से प्रभावित नहीं होता, तब तक वे खतरे का कारण नहीं बनते।
नासा नजदीकी पृथ्वी वस्तुओं (NEOs) का पता लगाने और उनकी दिशा का ट्रैक करने के लिए टेलीस्कोपों के नेटवर्क का उपयोग करता है। कैटालिना स्काई सर्वे और NEOWISE जैसी वेधशालाएं इन एस्ट्रॉयड्स का पता लगाती हैं और संभावित खतरे के बारे में दुनिया को अलर्ट करती हैं।