Edited By Ashutosh Chaubey,Updated: 14 Jan, 2025 10:31 PM
प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ मेला मंगलवार को एक दुखद घटना से गमगीन हो गया, जब एनसीपी के वरिष्ठ नेता महेश कोठे की मौत हो गई। यह घटना मकर संक्रांति के पवित्र स्नान के दौरान त्रिवेणी संगम में हुई, जहां महेश कोठे अपने समर्थकों के साथ स्नान करने गए थे।
नेशनल डेस्क : प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ मेला मंगलवार को एक दुखद घटना से गमगीन हो गया, जब एनसीपी के वरिष्ठ नेता महेश कोठे की मौत हो गई। यह घटना मकर संक्रांति के पवित्र स्नान के दौरान त्रिवेणी संगम में हुई, जहां महेश कोठे अपने समर्थकों के साथ स्नान करने गए थे। महेश कोठे, जो सोलापुर के पूर्व मेयर और एनसीपी के वरिष्ठ नेता थे, अचानक छाती में दर्द और घबराहट महसूस करने लगे। इसके बाद उन्होंने पानी में स्नान करते हुए अपनी स्थिति खराब पाई। उन्हें तुरंत समीप के चिकित्सा शिविर में ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। प्राथमिक जांच में डॉक्टरों का कहना है कि उन्हें दिल का दौरा पड़ा था, जिससे उनकी मौत हुई।
कुंभ में शाही स्नान के लिए पहुंचे थे महेश कोठे
महाशिवरात्रि और मकर संक्रांति के इस खास मौके पर महाकुंभ मेला में लाखों श्रद्धालु स्नान करने के लिए पहुंचे थे। महेश कोठे भी इन श्रद्धालुओं में शामिल थे और मुंबई से त्रिवेणी संगम तक पहुंचे थे। उन्होंने स्नान के दौरान चुपचाप अपना वस्त्र उतारकर पानी में प्रवेश किया, लेकिन जैसे ही वह पानी में थे, अचानक उन्हें घबराहट और छाती में तेज दर्द महसूस हुआ। उनके साथ मौजूद परिजनों और अन्य लोगों ने उन्हें जल्दी से पास के चिकित्सा शिविर में पहुंचाया, लेकिन तब तक देर हो चुकी थी। चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
सोलापुर के मजबूत नेता थे महेश कोठे
महेश कोठे सोलापुर के पूर्व मेयर थे और एनसीपी के प्रमुख शरद पवार के करीबी नेताओं में शामिल थे। वह अपनी जमीनी स्तर पर सशक्त पहचान और नेतृत्व क्षमता के लिए जाने जाते थे। उनके निधन से न केवल एनसीपी बल्कि सोलापुर में भी गहरा शोक व्याप्त है। उनके समर्थकों और पार्टी नेताओं ने इस दुखद घटना पर गहरा शोक व्यक्त किया है।
महेश कोठे ने राजनीति में अपनी पहचान और कार्यों से एक अलग मुकाम हासिल किया था। पार्टी में उनकी पकड़ बहुत मजबूत थी और उन्हें एक प्रभावशाली नेता के रूप में जाना जाता था। उनके निधन से पार्टी और उनके समर्थक काफी दुखी हैं।
पुलिस और डॉक्टरों ने की जांच, दिल का दौरा था मौत का कारण
पुलिस अधिकारियों के अनुसार महेश कोठे की उम्र करीब 60 वर्ष थी। उन्होंने कहा कि घटना के बाद पुलिस और चिकित्सा टीम ने त्वरित कार्रवाई की। पुलिस ने बताया कि प्राथमिक जांच में यह बात सामने आई है कि महेश कोठे को दिल का दौरा पड़ा था, जिसके कारण उनकी मृत्यु हो गई। शव का पोस्टमार्टम किया जा रहा है और मामले की पूरी जांच की जा रही है।
वहीं, डॉक्टरों ने इस घटना के बाद एक महत्वपूर्ण अपील की। उन्होंने लोगों से कहा है कि अगर किसी को भी महाकुंभ जैसे बड़े आयोजनों में घबराहट या सांस फूलने जैसी परेशानी हो, तो उन्हें तुरंत खुले स्थान पर जाना चाहिए। इसके अलावा, अगर हालत बिगड़ती है तो तुरंत समीप के चिकित्सा शिविर में संपर्क करना चाहिए।
महेश कोठे का शव सोलापुर भेजा जाएगा
महेश कोठे का शव बुधवार को अंतिम संस्कार के लिए सोलापुर भेजा जाएगा, जहां उनके परिवार और समर्थक उन्हें अंतिम विदाई देंगे।