Edited By Parminder Kaur,Updated: 12 Dec, 2024 12:42 PM
उत्तराखंड की 18 वर्षीय बल्लेबाज नीलम भारद्वाज ने अपनी शानदार पारी से इतिहास रच दिया है। बुधवार को उन्होंने नगालैंड के खिलाफ खेलते हुए वनडे क्रिकेट में दोहरा शतक लगाया। इस रिकॉर्ड के साथ वह भारत की सबसे युवा महिला क्रिकेटर बन गई हैं, जिन्होंने वनडे...
नेशनल डेस्क. उत्तराखंड की 18 वर्षीय बल्लेबाज नीलम भारद्वाज ने अपनी शानदार पारी से इतिहास रच दिया है। बुधवार को उन्होंने नगालैंड के खिलाफ खेलते हुए वनडे क्रिकेट में दोहरा शतक लगाया। इस रिकॉर्ड के साथ वह भारत की सबसे युवा महिला क्रिकेटर बन गई हैं, जिन्होंने वनडे में दोहरा शतक बनाया।
नीलम की तूफानी बल्लेबाजी की मदद से उत्तराखंड ने 50 ओवर में 371 रन का विशाल स्कोर खड़ा किया। जवाब में उत्तराखंड की गेंदबाजों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए नगालैंड को 47 ओवर में 112 रन पर ही ढेर कर दिया और इस प्रकार उत्तराखंड ने मैच जीत लिया।
मुश्किलों से निकली नीलम की कहानी
नीलम का बचपन आर्थिक तंगी में बीता। उत्तराखंड के कुमाऊं क्षेत्र में रामनगर रेलवे स्टेशन के पास झुग्गियों में पली-बढ़ी नीलम के पिता मरेश भारद्वाज एक दिहाड़ी मजदूर थे। चार साल पहले लकड़ियां ढोते समय संतुलन खोने के कारण उनका निधन हो गया, जिससे नीलम के क्रिकेट करियर पर संकट आ गया। लेकिन इस कठिन वक्त में नीलम के बचपन के कोच मोहम्मद अंसारी ने उनका साथ दिया। उन्होंने बताया कि नीलम आठ साल की उम्र में उनके पास क्रिकेट सीखने आई थी, जब वह 11-12 साल की हुईं, तब उन्होंने अंडर-19 टीम में जगह बनाई, जो उनके लिए गर्व का पल था।
27 चौके और 2 छक्के
नीलम ने अपनी तूफानी पारी में 137 गेंदों पर नाबाद 202 रन बनाए। इसमें उन्होंने 27 चौके और 2 छक्के लगाए। उनके प्रदर्शन की वजह से उन्हें प्लेयर ऑफ द मैच भी चुना गया।
बता दें नीलम वनडे क्रिकेट में दोहरा शतक लगाने वाली भारत की तीसरी महिला क्रिकेटर बनीं। इससे पहले स्मृति मंधाना ने 2013-14 में गुजरात के खिलाफ 224 रन और श्वेता सहरावत ने 2023 में नगालैंड के खिलाफ 242 रन बनाए थे।