धन और समय को लेकर कभी ना कहें ऐसी बात, हो सकती है..., Brahmakumari Shivani Didi ने दिया विशेष संदेश

Edited By Mahima,Updated: 04 Jan, 2025 02:53 PM

never say such a thing about money and time brahmakumari shivani didi

ब्रह्मकुमारी शिवानी दीदी ने कहा कि हमें समय और धन के बारे में कभी भी नकारात्मक शब्दों का प्रयोग नहीं करना चाहिए। उनका मानना है कि सकारात्मक सोच और शब्दों से हम अपने जीवन में समृद्धि और शांति ला सकते हैं। अगर हम खुद को सम्पन्न और समृद्ध मानते हैं, तो...

नेशनल डेस्क: आजकल की भागदौड़ और तनावपूर्ण जिंदगी में हर व्यक्ति की इच्छा होती है कि उसके पास समय और धन दोनों का अभाव न हो। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि इन दोनों के बारे में हमारे शब्द और सोच किस तरह से हमारी जिंदगी को प्रभावित करते हैं? ब्रह्मकुमारी शिवानी दीदी, जो भारत के ब्रह्मकुमारी संस्थान की एक प्रमुख उपदेशिका हैं, समय और धन से संबंधित नकारात्मक शब्दों का प्रयोग न करने की सलाह देती हैं। उनका मानना है कि हमारे विचार और शब्द हमारे जीवन में सकारात्मक या नकारात्मक बदलाव ला सकते हैं, इसीलिए हमें अपनी सोच और शब्दों का चयन बहुत सावधानी से करना चाहिए।

समय और धन के बारे में नकारात्मक सोच से बचें
ब्रह्मकुमारी शिवानी दीदी कहती हैं, “कभी भी किसी को यह नहीं कहना चाहिए कि ‘मेरे पास वक्त नहीं है’ या ‘मैं बहुत व्यस्त हूं।’” इन शब्दों का प्रयोग न केवल हमारे मानसिक स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव डालता है, बल्कि यह हमारी सोच को भी संकुचित करता है। जब हम यह सोचते हैं कि हमारे पास समय नहीं है या हम व्यस्त हैं, तो यह हमारी मानसिकता को एक ऐसी अवस्था में डाल देता है, जिसमें हमें हर कार्य बोझ जैसा महसूस होने लगता है। इसके परिणामस्वरूप हम खुद को मानसिक रूप से थका हुआ और नकारात्मक महसूस करते हैं। शिवानी दीदी के अनुसार, हमें अपनी सोच को इस तरह से बदलना चाहिए कि हम हमेशा यह महसूस करें कि हमारे पास पर्याप्त समय है। यह एक सकारात्मक दृष्टिकोण है, जो न केवल हमारी मानसिक शांति को बढ़ाता है, बल्कि हमें जीवन में बेहतर संतुलन और खुशी प्राप्त करने में मदद करता है। "हमेशा यह कहना चाहिए कि मेरे पास पर्याप्त समय है, और मैं व्यस्त नहीं हूं। समय के लिए कोई भी नकारात्मक शब्द का प्रयोग न करें," उन्होंने सलाह दी।

ये शब्द हमारी सोच को सीमित कर देते हैं 
धन की बात करें तो शिवानी दीदी का कहना है कि हमें कभी यह नहीं कहना चाहिए कि "मेरे पास धन नहीं है" या "धन कम है"। ये शब्द हमारी सोच को सीमित कर देते हैं और जीवन में प्रचुरता की भावना को जन्म नहीं होने देते। यदि हम बार-बार यह सोचते हैं कि हमारे पास धन की कमी है, तो यह हमारे मानसिक ब्लॉक को और मजबूत करता है, और हम अपने लक्ष्यों को पूरा करने में असमर्थ महसूस करते हैं। वहीं, शिवानी दीदी का कहना है कि हमें हमेशा यह विश्वास रखना चाहिए कि हमारे पास भरपूर धन है, और जो कुछ भी हमें चाहिए, वह हम प्राप्त कर सकते हैं। "हमें यह कहना चाहिए कि मेरे पास पर्याप्त धन है, और जितना चाहें उतना और अधिक आएगा," यह सोच हमें न केवल आत्मविश्वास से भर देती है, बल्कि हमें जीवन में समृद्धि और सफलता की ओर भी प्रेरित करती है।

जैसा सोचेंगे, वैसा ही हमारे जीवन में होगा
शिवानी दीदी ने यह भी स्पष्ट किया कि हमारा संकल्प और विचार हमारे भविष्य को आकार देते हैं। वह कहती हैं, "जैसा संकल्प लेंगे या जैसा सोचेंगे, वैसा ही हमारे जीवन में होगा।" सकारात्मक संकल्प और विचारों के द्वारा हम अपनी जीवन यात्रा को एक नए दिशा में ले जा सकते हैं। यदि हम अपने आप को समृद्ध और सम्पन्न मानते हैं, तो हमारा जीवन भी वैसा ही बनता है। इसी तरह, अगर हम समय को हमारे लिए अनुकूल और भरपूर मानते हैं, तो हम हर क्षण को सही तरीके से जीने में सक्षम होंगे।

सफलता और समृद्धि के लिए सकारात्मक सोच जरूरी
ब्रह्मकुमारी शिवानी दीदी के अनुसार, जीवन में सफलता और समृद्धि के लिए सकारात्मक सोच बेहद जरूरी है। अगर हम अपने शब्दों और विचारों को सकारात्मक रखते हैं, तो यही सोच हमारे जीवन में अच्छे परिणाम लेकर आती है। इसलिए, नकारात्मक शब्दों और विचारों से बचने की सलाह दी जाती है। अपने जीवन में हर स्थिति को सकारात्मक दृष्टिकोण से देखने का प्रयास करें। उनका कहना है कि "यदि आप यह मानते हैं कि आपके पास सब कुछ है, तो आपके पास सब कुछ होगा।" यह सरल लेकिन गहरा संदेश है, जो हमें याद दिलाता है कि हमारे विचार हमारे भविष्य को आकार देते हैं। जब हम खुद को सकारात्मक तरीके से देखने लगते हैं, तो हमारे जीवन में बदलाव आना शुरू हो जाता है।

ब्रह्मकुमारी शिवानी दीदी का यह उपदेश है कि हमें अपनी सोच और शब्दों में कभी भी नकारात्मकता को स्थान नहीं देना चाहिए। चाहे वह समय हो, धन हो, या जीवन के अन्य पहलू, हर चीज में प्रचुरता का विश्वास रखना चाहिए। यह विश्वास न केवल हमारे जीवन को सकारात्मक रूप से प्रभावित करेगा, बल्कि हमें हमारे लक्ष्य और सपनों को साकार करने की दिशा में भी मदद करेगा। इसलिए, अगले बार जब आप किसी से बात करें या अपने खुद के बारे में सोचें, तो हमेशा सकारात्मक शब्दों का चयन करें और खुद को भरपूर मानें। जीवन में समृद्धि और शांति पाने के लिए यह सबसे महत्वपूर्ण कदम हो सकता है। ब्रह्मकुमारी शिवानी दीदी का मानना है कि नकारात्मक शब्दों का प्रयोग, खासकर समय और धन के संदर्भ में, जीवन में मानसिक थकावट और असफलता का कारण बन सकता है। उन्होंने बताया कि हमें हमेशा सकारात्मक शब्दों का प्रयोग करना चाहिए, जैसे "मेरे पास पर्याप्त समय है" और "मेरे पास पर्याप्त धन है," ताकि हम अपनी सोच को सकारात्मक रखें और जीवन में समृद्धि और सफलता प्राप्त करें।

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