Edited By Rahul Rana,Updated: 04 Dec, 2024 08:49 AM
वाराणसी के उदय प्रताप कॉलेज (यूपी कॉलेज) को लेकर एक नया विवाद सामने आया है। सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड लखनऊ ने इस कॉलेज को अपनी संपत्ति बताया है जिसके बाद कॉलेज में हड़कंप मच गया है। इस मुद्दे को लेकर छात्रों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है जिसमें...
नॅशनल डेस्क। वाराणसी के उदय प्रताप कॉलेज (यूपी कॉलेज) को लेकर एक नया विवाद सामने आया है। सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड लखनऊ ने इस कॉलेज को अपनी संपत्ति बताया है जिसके बाद कॉलेज में हड़कंप मच गया है। इस मुद्दे को लेकर छात्रों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है जिसमें धार्मिक और सांस्कृतिक ध्रुवीकरण की घटनाएं भी देखने को मिलीं।
क्या है पूरा मामला?
वक्फ बोर्ड ने यूपी कॉलेज को अपनी संपत्ति घोषित किया है। इसके बाद कॉलेज में स्थित एक मजार को लेकर छात्रों ने विरोध प्रदर्शन किया। छात्रों का आरोप है कि कॉलेज में पहले मजार बनाई गई फिर नमाज पढ़ी जाने लगी और अब वक्फ बोर्ड कॉलेज को अपनी संपत्ति बताने का दावा कर रहा है। इस स्थिति पर छात्रों का कहना है कि यह कॉलेज उनकी संपत्ति है न कि वक्फ बोर्ड की।
छात्रों का विरोध प्रदर्शन
कुछ छात्रों ने इस मामले के विरोध में कॉलेज में बनी मजार के पास बैठकर हनुमान चालीसा का पाठ किया और भगवा झंडा लहराते हुए जय श्री राम के नारे लगाए। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। इस विरोध प्रदर्शन के दौरान 300 से ज्यादा छात्रों ने वक्फ बोर्ड के खिलाफ नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया।
7 छात्रों की गिरफ्तारी
विरोध प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने 7 छात्रों को हिरासत में ले लिया। छात्रों ने इस कार्रवाई का विरोध करते हुए अपना आंदोलन जारी रखा। छात्रों का कहना है कि वे कॉलेज की संपत्ति के बारे में वक्फ बोर्ड के दावे को गलत मानते हैं।
छात्र संघ अध्यक्ष का जुलूस
छात्र संघ के अध्यक्ष सुधीर सिंह की अगुवाई में सैंकड़ों छात्रों ने एक जुलूस निकाला। पुलिस ने छात्रों को मजार के पास जाने से रोका लेकिन छात्रों ने पुलिस के विरोध के बावजूद मेन गेट के पास बैठकर हनुमान चालीसा का पाठ करना जारी रखा। इस पर पुलिस ने 7 छात्रों को गिरफ्तार कर लिया लेकिन छात्र नेताओं की अपील पर उन्हें रिहा कर दिया गया।
मजिस्ट्रेट ने दी जमानत
गिरफ्तारी के बाद मजिस्ट्रेट ने छात्रों को जमानत पर रिहा कर दिया। पुलिस और प्रशासन ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए त्वरित कदम उठाए।
वक्फ बोर्ड से साक्ष्य की मांग
वहीं युवा परिषद के प्रदेश प्रमुख विवेकानंद सिंह ने कहा कि वे वक्फ बोर्ड के दावे पर शांति से वार्ता के लिए तैयार हैं लेकिन इस मामले में कॉलेज में जो अतिक्रमण हुआ है उसकी जांच होनी चाहिए। वे वक्फ बोर्ड से यह मांग कर रहे हैं कि वह अपने दावे के समर्थन में साक्ष्य पेश करे। अगर कोई भी गड़बड़ी सामने आती है तो उसका विरोध किया जाएगा।
कॉलेज में नमाज का जमावड़ा
इस विवाद के बीच जुमे की नमाज के दिन कॉलेज में 100 से ज्यादा छात्र इकट्ठा हो गए थे जिसके बाद पुलिस अलर्ट हो गई। पुलिस ने छात्रों को नियंत्रित किया और स्थिति को शांतिपूर्ण बनाए रखने की कोशिश की।
वहीं प्रशासन और पुलिस दोनों ही इस मामले में शांति बनाए रखने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन छात्रों की ओर से यह मुद्दा लगातार गर्माया हुआ है। अब यह देखने वाली बात होगी कि वक्फ बोर्ड इस मामले में क्या कदम उठाता है और छात्रों की मांगों पर क्या प्रतिक्रिया होती है।