Edited By Mahima,Updated: 20 Feb, 2025 02:19 PM
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उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बजट के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कई अहम घोषणाएं कीं, जिनमें 92 हजार युवाओं को रोजगार, 4 नए एक्सप्रेसवे और लखनऊ में बाबा साहेब अंबेडकर के लिए स्मारक केंद्र का निर्माण शामिल है। इसके अलावा, प्रदेश में 45...
नेशनल डेस्क: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य के बजट के ऐलान के बाद एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की, जिसमें उन्होंने राज्य की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने और विकास की दिशा में सरकार के किए गए कार्यों के बारे में विस्तार से बताया। सीएम ने कहा कि यह बजट उत्तर प्रदेश के विकास के लिए एक नया रास्ता खोलने वाला साबित होगा और यह राज्य को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाएगा।
मुख्यमंत्री ने की महत्वपूर्ण घोषणाएं
सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में कई बड़े ऐलान किए, जिनमें से सबसे अहम यह था कि राज्य में 92 हजार युवाओं को नौकरी मिलेगी। इसके अलावा, उन्होंने यह भी बताया कि राज्य में चार नए एक्सप्रेसवे बनाए जाएंगे। यह एक्सप्रेसवे यूपी के विभिन्न हिस्सों को आपस में जोड़ेंगे और प्रदेश की कनेक्टिविटी को बेहतर बनाएंगे। इन एक्सप्रेसवे के निर्माण से न केवल उत्तर प्रदेश, बल्कि आसपास के राज्यों को भी इसका फायदा होगा। सीएम ने यह भी बताया कि लखनऊ में बाबा साहेब अंबेडकर के लिए एक स्मारक केंद्र बनाए जाने की योजना है। इस स्मारक के जरिए अंबेडकर जी की योगदानों को और उनके जीवन को सम्मान दिया जाएगा।
योगी सरकार के बजट की थीम
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उनके द्वारा प्रस्तुत किए गए हर बजट की एक अलग थीम रही है, जो राज्य के विभिन्न क्षेत्रों के विकास पर केंद्रित रही। उन्होंने अब तक के बजट की मुख्य विशेषताओं का उल्लेख किया:
1. 2017 – पहला बजट अन्नदाता किसानों के लिए समर्पित था, जिसमें किसानों के हित में कई योजनाओं की शुरुआत की गई।
2. 2018-19 – उत्तर प्रदेश को बीमारू राज्य से उबारने के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर निर्माण और औद्योगिक विकास पर जोर दिया गया।
3. 2019 – महिला सशक्तिकरण पर फोकस करते हुए महिलाओं के उत्थान के लिए कई योजनाओं का ऐलान किया गया।
4. 2020 – युवाओं और रोजगार के लिए बजट समर्पित किया गया, जिसमें 2 करोड़ युवाओं को तकनीकी माध्यम से सशक्त बनाने के प्रयास किए गए।
5. 2021 – स्वावलंबन और आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देने की दिशा में बजट पेश किया गया।
6. 2022 – अंत्योदय के जरिए आत्मनिर्भरता को मजबूत करने के प्रयास किए गए।
7. 2023 – प्रदेश में आत्मनिर्भरता को सुदृढ़ करने के लिए कदम उठाए गए।
8. 2024 – रामराज्य की अवधारणा को ध्यान में रखते हुए बजट तैयार किया गया, जिसमें पर्यटकों की संख्या बढ़ाने पर जोर दिया गया।
9. 2025 – इस बार के बजट में भारत की सनातन संस्कृति को संरक्षण देने की योजना बनाई गई है।
मुख्यमंत्री योगी के बयान
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बताया कि प्रदेश का राजकोषीय घाटा, जो राज्य घरेलू उत्पाद (SGDP) का 2.97 प्रतिशत है, भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा निर्धारित 3.5 प्रतिशत की सीमा से कम है। नीति आयोग की रिपोर्ट में उत्तर प्रदेश को अग्रणी राज्य के रूप में स्थान दिया गया है। इस रिपोर्ट के अनुसार, वर्ष 2018-19 से 2022-23 तक प्रदेश के समेकित फिस्कल हेल्थ इंडेक्स में 8.9 अंकों का सुधार हुआ है। उन्होंने यह भी बताया कि पिछले कुछ वर्षों में प्रदेश की व्यय गुणवत्ता में सुधार हुआ है, और पूंजीगत व्यय में बढ़ोतरी हुई है। 2013 से 2018 के बीच पूंजीगत व्यय का अनुपात 14.8 प्रतिशत से बढ़कर 19.3 प्रतिशत तक पहुंच गया, जो देश के प्रमुख राज्यों के औसत अनुपात से अधिक है।
रोजगार और निवेश में बढ़ोतरी
सीएम योगी ने यह भी बताया कि पिछले आठ वर्षों में प्रदेश में बेरोजगारी की दर को नियंत्रित किया गया है और नए रोजगार के अवसर सृजित किए गए हैं। इसके साथ ही, पिछले 8 वर्षों में उत्तर प्रदेश को लगभग 45 लाख करोड़ रुपए के निवेश प्रस्तावप्राप्त हुए हैं, जिनमें से 15 लाख करोड़ रुपए के निवेश प्रस्ताव जमीन पर उतर चुके हैं। इन निवेशों के परिणामस्वरूप प्रदेश में 60 लाख रोजगार के अवसर सृजित हुए हैं।
जानिए सभी मुख्य बातों के बारे में :
1. 92 हजार युवाओं को मिलेगा रोजगार – राज्य सरकार की ओर से रोजगार सृजन के लिए विशेष योजनाओं की शुरुआत।
2. चार नए एक्सप्रेसवे बनाए जाएंगे – यह एक्सप्रेसवे प्रदेश की कनेक्टिविटी को बेहतर बनाएंगे।
3. बाबा साहेब अंबेडकर के लिए स्मारक केंद्र – लखनऊ में उनका सम्मान और योगदान याद रखने के लिए स्मारक का निर्माण।
4. राजकोषीय स्थिति मजबूत – प्रदेश का राजकोषीय घाटा निर्धारित सीमा से कम, और वित्तीय स्थिति में सुधार।
5. 45 लाख करोड़ का निवेश, 60 लाख रोजगार सृजन – प्रदेश में भारी निवेश के जरिए रोजगार के अवसरों का निर्माण।