Edited By jyoti choudhary,Updated: 21 Feb, 2025 12:37 PM

भारत का अंतरिक्ष क्षेत्र हाल ही में उल्लेखनीय उपलब्धियों से सुर्खियों में रहा है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने श्रीहरिकोटा से अपना 100वां रॉकेट लॉन्च कर एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की। इससे पहले, इसरो ने "स्पेस डॉकिंग एक्सपेरिमेंट"...
नई दिल्लीः भारत का अंतरिक्ष क्षेत्र हाल ही में उल्लेखनीय उपलब्धियों से सुर्खियों में रहा है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने श्रीहरिकोटा से अपना 100वां रॉकेट लॉन्च कर एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की। इससे पहले, इसरो ने "स्पेस डॉकिंग एक्सपेरिमेंट" (SpaDeX) मिशन के तहत सफलतापूर्वक स्पेस डॉकिंग कर भारत को अमेरिका, रूस और चीन के बाद चौथा देश बना दिया है जिसने यह एडवांस तकनीक हासिल की है।
हालांकि, यह एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है लेकिन अभी भी भारत को अंतरिक्ष अनुसंधान में लंबा सफर तय करना है। रूस ने 1967, अमेरिका ने 1975 और चीन ने 2011 में स्पेस डॉकिंग तकनीक का प्रदर्शन किया था। तब से, इन देशों ने स्पेस स्टेशन, पुन: उपयोग होने वाले अंतरिक्ष यान, अंतरिक्ष पर्यटन और लो अर्थ ऑर्बिट (LEO) मिशनों में भी शानदार प्रगति की है।
भारत की अंतरिक्ष महत्वाकांक्षाओं को अब नवाचार और स्टार्टअप्स से नई ऊर्जा मिल रही है, जो देश को वैश्विक अंतरिक्ष दौड़ में और आगे ले जाने की दिशा में कार्य कर रहे हैं।