Edited By Ashutosh Chaubey,Updated: 18 Feb, 2025 11:37 AM
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भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) में संगठनात्मक चुनावों की प्रक्रिया अंतिम दौर में पहुंच चुकी है, और अब सभी की नजरें इस पर टिकी हैं कि पार्टी का नया राष्ट्रीय अध्यक्ष कौन बनेगा। मौजूदा अध्यक्ष जेपी नड्डा का कार्यकाल जल्द ही समाप्त होने वाला है, और ऐसे...
नेशनल डेस्क: भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) में संगठनात्मक चुनावों की प्रक्रिया अंतिम दौर में पहुंच चुकी है, और अब सभी की नजरें इस पर टिकी हैं कि पार्टी का नया राष्ट्रीय अध्यक्ष कौन बनेगा। मौजूदा अध्यक्ष जेपी नड्डा का कार्यकाल जल्द ही समाप्त होने वाला है, और ऐसे में पार्टी को अगले नेतृत्व की दिशा तय करनी है। इस बीच, कई बड़े नेताओं के नाम सामने आ रहे हैं, जो पार्टी के इस महत्वपूर्ण पद के लिए दावेदार हैं। आइए जानते हैं कि बीजेपी के नए अध्यक्ष के लिए कौन से नेता रेस में हैं और उनके सामने क्या-क्या चुनौतियां हो सकती हैं।
जेपी नड्डा का सफल कार्यकाल
जेपी नड्डा ने 2019 में अमित शाह से बीजेपी अध्यक्ष का पदभार संभाला था। उनके नेतृत्व में पार्टी ने 26 बड़े चुनावी जीत हासिल किए, जिनमें लोकसभा और विधानसभा चुनाव शामिल हैं। नड्डा के कार्यकाल में बीजेपी ने कई राज्यों में अपनी सरकार बनाई, जैसे उत्तराखंड, गुजरात, हिमाचल प्रदेश, त्रिपुरा, मणिपुर, असम, और जम्मू-कश्मीर। हालांकि, मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में 2018 के चुनावों में बीजेपी को हार का सामना करना पड़ा था, लेकिन 2023 में इन तीनों राज्यों में पार्टी ने पुनः सत्ता हासिल की।
नड्डा के कार्यकाल में पार्टी को मिले इन चुनावी जीतों ने उन्हें एक प्रभावी नेता के रूप में स्थापित किया, लेकिन अब उनकी पारी का अंत होने वाला है, और पार्टी को नए अध्यक्ष की तलाश है।
बीजेपी के नए अध्यक्ष के लिए प्रमुख दावेदार
बीजेपी के नए अध्यक्ष के लिए अब तक तीन प्रमुख नेता रेस में हैं – भूपेंद्र यादव, अनुराग ठाकुर, और धर्मेंद्र प्रधान। इन नेताओं के अलावा, पार्टी के कुछ और दिग्गज जैसे केशव प्रसाद मौर्य, राजीव चंद्रशेखर, स्मृति ईरानी, कैलाश विजयवर्गीय, सीटी रवि, और सर्वानंद सोनोवाल का नाम भी चर्चा में है।
- भूपेंद्र यादव – संगठन के मजबूत नेता माने जाते हैं, जिन्होंने कई चुनावों में पार्टी की रणनीति तैयार की और उसे जीत दिलाई। उनका नाम बीजेपी के नए अध्यक्ष के लिए मजबूत दावेदार के रूप में लिया जा रहा है।
- अनुराग ठाकुर – युवा नेता के तौर पर उभरे अनुराग ठाकुर को राष्ट्रीय राजनीति में एक नई पहचान मिली है। उनका नाम भी अध्यक्ष पद के लिए चर्चा में है।
- धर्मेंद्र प्रधान – संगठन के अंदर एक अनुभवी नेता के रूप में उनका नाम भी सामने आया है। वे पार्टी के कई अहम मुद्दों पर काम कर चुके हैं, और उनका नेतृत्व भी चर्चा में है।
नए अध्यक्ष के सामने आने वाली चुनौतियां
बीजेपी का नया अध्यक्ष चाहे जो भी बने, उसे कई महत्वपूर्ण चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा। इनमें से कुछ प्रमुख चुनौतियाँ हैं:
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दक्षिण भारत में पार्टी का प्रदर्शन सुधारना – दक्षिण भारत में बीजेपी का प्रदर्शन हमेशा ही कमजोर रहा है। 2023 के कर्नाटक विधानसभा चुनाव में पार्टी को हार का सामना करना पड़ा था। नए अध्यक्ष को इस इलाके में पार्टी को मजबूत करने के लिए रणनीति तैयार करनी होगी।
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2025-26 के विधानसभा चुनावों की तैयारी – नए अध्यक्ष को 2025 और 2026 में होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए भी मजबूत रणनीति तैयार करनी होगी। इसमें बिहार, असम, पश्चिम बंगाल, केरल, तमिलनाडु, और पुडुचेरी शामिल हैं, जहां बीजेपी को सफलता पाने के लिए गंभीर प्रयास करने होंगे।
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संगठन को मजबूत करना – पार्टी के संगठन को फिर से सक्रिय करना और एनडीए सहयोगियों के साथ बेहतर तालमेल बनाना नए अध्यक्ष की प्राथमिक जिम्मेदारी होगी।
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नई चुनावी रणनीति बनाना – विपक्षी दलों के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए बीजेपी को अपनी रणनीति में बदलाव करना होगा। आने वाले चुनावों में बीजेपी को नए तरीके से जनता से जुड़ने की जरूरत होगी।
बीजेपी में अध्यक्ष पद का इतिहास
बीजेपी में अब तक 11 नेताओं ने राष्ट्रीय अध्यक्ष पद संभाला है, जिनमें अटल बिहारी वाजपेयी, लाल कृष्ण आडवाणी, अमित शाह, और जगत प्रकाश नड्डा जैसे दिग्गज नेता शामिल हैं। इन नेताओं ने पार्टी को नए मुकाम तक पहुँचाया और उसे सफलता दिलाई। अब जब नड्डा का कार्यकाल समाप्त हो रहा है, तो पार्टी को नए अध्यक्ष की जरूरत है, जो आने वाले चुनावों में पार्टी को नई दिशा दे सके।
भविष्य की दिशा और रणनीति
जेपी नड्डा के कार्यकाल में बीजेपी ने कई चुनावी जीतें हासिल की, लेकिन अब पार्टी को 2024 के लोकसभा चुनाव और उसके बाद की राजनीति के लिए नई दिशा की जरूरत है। यह देखना दिलचस्प होगा कि पार्टी किस नेता को यह महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपती है, जो न सिर्फ वर्तमान स्थिति को संभाल सके, बल्कि आने वाले चुनावों में पार्टी को मजबूत बना सके।