Edited By Parminder Kaur,Updated: 02 Dec, 2024 05:10 PM
मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान की अगुवाई वाली पंजाब सरकार ने शिक्षा क्षेत्र को हमेशा अपनी प्राथमिकता माना है। सरकार इस क्षेत्र में सुधार के लिए लगातार नए-नए उपायों पर काम कर रही है। इसी क्रम में सरकार ने शिक्षकों को विदेश भेजकर उन्हें अंतर्राष्ट्रीय...
नेशनल डेस्क. मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान की अगुवाई वाली पंजाब सरकार ने शिक्षा क्षेत्र को हमेशा अपनी प्राथमिकता माना है। सरकार इस क्षेत्र में सुधार के लिए लगातार नए-नए उपायों पर काम कर रही है। इसी क्रम में सरकार ने शिक्षकों को विदेश भेजकर उन्हें अंतर्राष्ट्रीय स्तर की ट्रेनिंग दिलवाने का कदम उठाया है। पंजाब सरकार की इस पहल के तहत अब तक 426 से अधिक शिक्षक विदेशों और अन्य राज्यों से प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके हैं और अब वे छात्रों को नए तरीके से शिक्षा देने में सक्षम हैं।
सिंगापुर से वर्ल्ड क्लास ट्रेनिंग प्राप्त करने के बाद सरकारी मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल, गिद्दड़ांवाली के प्रिंसिपल जसविंदर सिंह ने बताया कि उन्हें सिंगापुर भेजने के लिए सरकार ने उन्हें विशेष अवसर दिया, जब वे सिंगापुर से लौटे तो उन्हें मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान जी की दूरदर्शी सोच के तहत पंजाब में लागू की गई शिक्षा क्रांति का हिस्सा बनने का मौका मिला। छात्रों की शिक्षा को भविष्य की जरूरतों के अनुसार योजना बद्ध तरीके से पेश किया जा रहा है।
जसविंदर सिंह ने बताया कि "हमने सिंगापुर में देखे गए तरीकों को पंजाब में लागू करने की कोशिश की। यहां हमने 'जिग्सर तकनीक' को अपनाया, जिसके तहत बच्चे समूहों में 'लर्निंग बाई डूइंग' के माध्यम से सीखते हैं। सिंगापुर के सिस्टम में 'TLLM' (टीच लेस, लर्न मोर) पर जोर दिया गया था, जिसे हम यहां भी अपनाकर अच्छे परिणाम देख रहे हैं।"
उन्होंने आगे कहा कि सिंगापुर में हमने देखा कि वहां कोई भी चीज़ बेकार नहीं जाती थी। इससे प्रेरित होकर हमने स्कूल में आर्ट एंड क्राफ्ट रूम तैयार किया, जहां बच्चों को बेकार चीजों से सुंदर चीजें बनाने के लिए प्रेरित किया जाता है। इसके माध्यम से बच्चे मोबाइल छोड़कर अपना समय सही दिशा में उपयोग कर रहे हैं। प्रिंसिपल जसविंदर सिंह ने इन उपक्रमों के लिए पंजाब सरकार और मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान का आभार व्यक्त किया।