Edited By Radhika,Updated: 24 Mar, 2025 05:41 PM

दिल्ली हाई कोर्ट के वरिष्ठ जस्टिस यशवंत वर्मा का ट्रांसफर इलाहाबाद हाई कोर्ट में कर दिया गया है। इस तबादले को लेकर विवाद खड़ा हो गया है, क्योंकि इससे पहले उनके घर में आग लगने के बाद बड़ी मात्रा में नोट मिलने की खबरें आई थीं।
नेशनल डेस्क : दिल्ली हाई कोर्ट के वरिष्ठ जस्टिस यशवंत वर्मा का ट्रांसफर इलाहाबाद हाई कोर्ट में कर दिया गया है। इस तबादले को लेकर विवाद खड़ा हो गया है, क्योंकि इससे पहले उनके घर में आग लगने के बाद बड़ी मात्रा में नोट मिलने की खबरें आई थीं।
ट्रांसफर के मिले आदेश-
दिल्ली हाई कोर्ट रजिस्ट्री ने आधिकारिक तौर पर ऐलान किया था कि जस्टिस यशवंत वर्मा से न्यायिक कार्य वापस ले लिया गया है। यह फैसला दिल्ली हाई कोर्ट के CJ देवेंद्र कुमार उपाध्याय ने भारत के CJI संजीव खन्ना के निर्देश के बाद लिया था। CJI ने हाई कोर्ट को निर्देश दिया था कि जब तक कोई फैसला नहीं आता, तब तक जस्टिस वर्मा को सुनवाई से दूर रखा जाए।
वकीलों का विरोध-
इलाहाबाद हाई कोर्ट बार एसोसिएशन ने जस्टिस वर्मा के तबादले का विरोध किया है। वकीलों ने सांकेतिक हड़ताल भी की और कहा कि वे उन्हें इलाहाबाद हाई कोर्ट में जॉइन नहीं करने देंगे। एसोसिएशन के अध्यक्ष ने कहा कि यदि जस्टिस वर्मा जॉइन करते हैं, तो उनकी कोर्ट का बहिष्कार किया जाएगा।
क्या है पूरा मामला-
आपको बता दें कि हाल ही में जस्टिस यशवंत वर्मा के घर में आग लग गई थी। आग बुझाने के बाद घर में बड़ी मात्रा में नोट बिखरे मिले थे, जिससे दिल्ली में हड़कंप मच गया था। इस घटना के बाद CJI ने हाई कोर्ट को निर्देश दिया था कि जस्टिस वर्मा को कोई भी न्यायिक कार्य न सौंपा जाए।