Edited By Anu Malhotra,Updated: 17 Sep, 2024 03:16 PM
दुनिया में कोरोना वायरस का नया वैरिएंट XEC तेजी से फैल रहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि सर्दियों तक यह वैरिएंट एक गंभीर रूप ले सकता है और कोविड का प्रमुख स्ट्रेन बन सकता है। सबसे पहले इस वैरिएंट का मामला जून 2023 में जर्मनी में सामने आया था। बताया...
नेशनल डेस्क: दुनिया में कोरोना वायरस का नया वैरिएंट XEC तेजी से फैल रहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि सर्दियों तक यह वैरिएंट एक गंभीर रूप ले सकता है और कोविड का प्रमुख स्ट्रेन बन सकता है। सबसे पहले इस वैरिएंट का मामला जून 2023 में जर्मनी में सामने आया था। बताया जा रहा है कि यह वैरिएंट “KS.1.1 और KP.3.3” वेरिएंट का उपवैरिएंट हो सकता है। आइए जानते हैं इस नए वैरिएंट से जुड़ी सभी महत्वपूर्ण जानकारियां।
क्या है कोविड XEC वैरिएंट?
कोविड का XEC वैरिएंट “KS.1.1 और KP.3.3” के उपवैरिएंट के रूप में सामने आया है। विशेषज्ञों का अनुमान है कि यह वैरिएंट सर्दियों के दौरान तेजी से फैल सकता है और दुनिया के कई हिस्सों में प्रमुख स्ट्रेन बन सकता है। इसे FLuQE वैरिएंट और deFLuQE वैरिएंट के समान माना जा रहा है। हालांकि, इसमें कुछ बदलाव देखे गए हैं, जो इसे अधिक गंभीर बना सकते हैं। इसलिए इस वैरिएंट को लेकर सतर्कता बरतना जरूरी है।
कहां है XEC वैरिएंट का सबसे ज्यादा खतरा?
फिलहाल, XEC वैरिएंट विदेशों में तेजी से फैल रहा है, लेकिन अभी तक किसी भी देश में इसे खतरनाक रूप में नहीं देखा गया है। अमेरिकी रोग नियंत्रण एवं रोकथाम केंद्र (CDC) के वैरिएंट अनुपात डेटा ट्रैकर में इसे शामिल नहीं किया गया है, क्योंकि इसका प्रसार सीमित है। भारत में अभी तक इस वैरिएंट का कोई संदिग्ध या पुष्टि मामला सामने नहीं आया है।
XEC वैरिएंट के लक्षण
बुखार
खांसी
भूख में कमी
शरीर में दर्द
गंध और स्वाद महसूस न होना
सांस लेने में तकलीफ
नाक बहना
मतली, उल्टी, और दस्त
इन लक्षणों की शुरुआत संक्रमण के 1 से 14 दिनों के भीतर हो सकती है, इसलिए इसके लक्षणों को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।