Edited By Anu Malhotra,Updated: 02 Jan, 2025 03:11 PM
साल 2024 श्री माता वैष्णो देवी तीर्थस्थल के लिए ऐतिहासिक उपलब्धियों का साल साबित हुआ। लाखों श्रद्धालुओं ने इस पवित्र स्थल पर माता के दर्शन किए, जिससे यह वर्ष श्रद्धालुओं की संख्या के मामले में पिछले दशक का दूसरा सबसे बड़ा साल बन गया। श्री माता...
नेशनल डेस्क: साल 2024 श्री माता वैष्णो देवी तीर्थस्थल के लिए ऐतिहासिक उपलब्धियों का साल साबित हुआ। लाखों श्रद्धालुओं ने इस पवित्र स्थल पर माता के दर्शन किए, जिससे यह वर्ष श्रद्धालुओं की संख्या के मामले में पिछले दशक का दूसरा सबसे बड़ा साल बन गया। श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड (SMVDSB) के सीईओ अनशुल गर्ग ने इसे भक्तों की गहरी आस्था और श्राइन बोर्ड की उत्कृष्ट व्यवस्थाओं का परिणाम बताया।
श्रद्धालुओं की आस्था का प्रतीक
कोविड महामारी के कठिन दौर के बाद, 2024 ने मंदिर के प्रति लोगों के विश्वास को नई ऊंचाई दी। अनशुल गर्ग ने कहा, “यह न केवल मंदिर की पवित्रता और उसकी महिमा को दर्शाता है, बल्कि यह भी दिखाता है कि माता वैष्णो देवी के प्रति भक्तों का समर्पण कितना गहरा है।”
बेहतर प्रबंधन और सुविधाएं
श्राइन बोर्ड ने इस वर्ष तीर्थयात्रा को अधिक सुविधाजनक बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए। ऑनलाइन पंजीकरण, हेलिकॉप्टर सेवाओं में सुधार, यात्री निवासों का विस्तार और यात्रा मार्गों पर सुरक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं की बेहतर व्यवस्था ने भक्तों को निर्बाध अनुभव प्रदान किया।
महामारी के बाद पुनरुत्थान
2020 और 2021 में कोविड-19 के कारण श्रद्धालुओं की संख्या में भारी गिरावट देखी गई थी। लेकिन 2022 और 2023 में यात्रियों की संख्या में तेजी आई, और 2024 में यह संख्या 94.83 लाख तक पहुंच गई। यह बढ़ोतरी मंदिर की ओर बढ़ते विश्वास और बेहतर प्रबंधन का संकेत है।
भविष्य की योजनाएं
श्राइन बोर्ड ने आने वाले वर्षों में तीर्थयात्रा को और भी बेहतर बनाने के लिए योजनाएं तैयार की हैं। इनमें यात्रा मार्गों का विस्तार, डिजिटल तकनीक का उपयोग, और पर्यावरण संरक्षण के साथ तीर्थयात्रा को और सुविधाजनक बनाना शामिल है।
माता वैष्णो देवी की महिमा
94.83 लाख श्रद्धालुओं का यह आंकड़ा माता वैष्णो देवी की असीम महिमा और भक्तों के अटूट विश्वास का प्रतीक है। यह तीर्थस्थल न केवल धार्मिक आस्था का केंद्र है, बल्कि यह देश की एकता और समर्पण का प्रतीक भी है। 2024 का यह ऐतिहासिक वर्ष न केवल अतीत की उपलब्धियों को दर्शाता है, बल्कि भविष्य की आशाओं को भी मजबूत करता है।