Edited By Tanuja,Updated: 31 Jul, 2024 11:48 AM
खालिस्तानी आंतकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या का मामला भारत-कनाडा संबंधों में तनाव का विषय बना हुआ है, जिससे अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर...
इंटरनेशनल डेस्कः खालिस्तानी आंतकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या का मामला भारत-कनाडा संबंधों में तनाव का विषय बना हुआ है, जिससे अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ध्यान और जवाबदेही की मांग हो रही है। दोनों देशों ने इस मामले को सुलझाने के लिए कई कूटनीतिक बैठकें की हैं। भारतीय अधिकारियों ने सरकार की संलिप्तता के आरोपों को निराधार बताया है, जबकि कनाडाई अधिकारियों ने पारदर्शी और विस्तृत जांच के प्रति अपनी प्रतिबद्धता पर जोर दिया है। कनाडाई अधिकारियों ने निज्जर की हत्या के मामले में चार व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है और उन पर आरोप लगाया है। ताजा गिरफ्तारी एक ऐसे व्यक्ति की हुई है जो सिख अलगाववादी समूहों से जुड़ा है, जिससे कनाडा में चरमपंथी तत्वों की गतिविधियों के प्रति चिंता बढ़ गई है ।
रॉयल कनाडियन माउंटेड पुलिस (RCMP) और अन्य कनाडाई कानून प्रवर्तन एजेंसियां हत्या की जांच कर रही हैं, जिसमें भारतीय खुफिया एजेंसियों से संभावित संबंधों पर ध्यान केंद्रित किया गया है। हालांकि, इन दावों का समर्थन करने वाले ठोस सबूत अभी तक सामने नहीं आए हैं । ताजा जानकारी के अनुसार भारतीय और कनाडाई सुरक्षा अधिकारियों और राजनयिकों ने हाल के हफ्तों और महीनों में कई बैठकें की हैं जिनमें कनाडा की खुफिया प्रमुख और एक भारतीय वार्ताकार के बीच दो बैठकें शामिल हैं, जिनमें खालिस्तानी कार्यकर्ता निज्जर की हत्या पर चर्चा की गई। कनाडाई सुरक्षा और खुफिया सेवा (CSIS ) के तत्कालीन निदेशक डेविड विग्नौल्ट ने भारतीय खुफिया अधिकारी के साथ एक तृतीय देश में कम से कम दो बार मुलाकात की। इन बैठकों में तीन-तीन लोगों को शामिल किया गया, जिन्होंने मामले पर बातचीत की। विग्नौल्ट ने जुलाई 4 को CSIS प्रमुख का पद छोड़ दिया, और वनेसा लॉयड ने उनका स्थान लिया।
भारत के उच्चायुक्त संजय कुमार वर्मा ने भी कनाडा की राष्ट्रीय सुरक्षा और खुफिया सलाहकार जॉडी थॉमस से मुलाकात की। इन सभी बैठकों का मुख्य उद्देश्य निज्जर की हत्या की जांच करना था। हरदीप सिंह निज्जर को जून 18, 2023 को ब्रिटिश कोलंबिया के सरे में गोली मार दी गई थी। निज्जर को भारत ने 2020 में आतंकवादी घोषित किया था। CSIS के प्रवक्ता ने कहा कि विग्नौल्ट ने भारत का दौरा किया था। इस दौरान, रॉ ने अपने दो अधिकारियों को उनके पदों से हटा दिया है। यह हटाए गए अधिकारी विक्रम यादव, जो सीसी-1 के रूप में जाने जाते हैं, उन पर आरोप लगे है।
जानें पूरा मामला
हरदीप सिंह निज्जर एक प्रमुख खालिस्तानी समर्थक था और कनाडा के सरे, ब्रिटिश कोलंबिया में रहता था। उसे भारतीय सरकार ने 2020 में आतंकवादी घोषित किया था। निज्जर का जन्म पंजाब, भारत में हुआ था और बाद में उसने कनाडा में बसने का निर्णय लिया। निज्जर खालिस्तान आंदोलन के सक्रिय समर्थक था, जो सिखों के लिए एक स्वतंत्र राज्य की मांग करता है। वह खालिस्तान टाइगर फोर्स (KTF) के प्रमुख माना जाता था, जो एक अलगाववादी संगठन है। हरदीप सिंह निज्जर की 18 जून 2023 को ब्रिटिश कोलंबिया के सरे में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। हत्या उस समय हुई जब वह अपने वाहन में था। उसकी हत्या ने भारत-कनाडा संबंधों में तनाव बढ़ा दिया है।