Edited By Utsav Singh,Updated: 18 Sep, 2024 06:14 PM
डॉ. बी. आर. अंबेडकर राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (NIT) जालंधर के 17 फैकल्टी सदस्यों, जिनमें निदेशक प्रो. बिनोद कुमार कनौजिया भी शामिल हैं, को वर्ष 2024 के लिए दुनिया के सीर्ष 2% वैज्ञानिकों में स्थान दिया गया है। यह वैश्विक सर्वेक्षण प्रतिवर्ष...
नेशनल डेस्क : डॉ. बी. आर. अंबेडकर राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईटी) जालंधर के 17 फैकल्टी सदस्यों, जिनमें निदेशक प्रो. बिनोद कुमार कनौजिया भी शामिल हैं, को वर्ष 2024 के लिए दुनिया के सीर्ष 2% वैज्ञानिकों में स्थान दिया गया है। यह वैश्विक सर्वेक्षण प्रतिवर्ष वैज्ञानिकों के अनुसंधान प्रामाणिकता के आधार पर संयुक्त रूप से स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय, और एल्नोंवियर द्वारा किया जाता है, जो संस्थानों के लिए एक वैश्विक सूचना विश्लेषण कंपनी है।
आपको बता दें कि इस रैंकिंग में प्रो. बिनोद कुमार कनौजिया, निदेशक एनआईटी जालंधर, और एनआईटी जालंधर के फैकल्टी डॉ. जे. एन. चक्रवर्ती, डॉ. बलबीर सिंह कैथ, डॉ. विशाल एस. शर्मा, डॉ. टी. श्रीनिवास, डॉ. उमा शंकर, डॉ. बलविंदर राज, डॉ. विजय कुमार, डॉ. समयवीर सिंह, डॉ. करणवीर, डॉ. मोहित कुमार, डॉ. अरविंद कुमार, डॉ. हर्ष कुमार, डॉ. संजय कुमार, डॉ. रमेश चंद, डॉ. महेंद्र कुमार और डॉ. अफजल सिकंदर शामिल हैं। यह उपलब्धि इन वैज्ञानिकों द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में किए गए योगदान का प्रमाण है।
प्रो. कनौजिया ने इन वैज्ञानिकों की उच्च गुणवत्ता वाले अनुसंधान में उल्लेखनीय उपलब्धियों और उत्कृष्ट योगदान की सराहना की। पिछले वर्ष छह संकाय सदस्यों की सूचीबद्ध किया गया था, जबकि इस वर्ष सत्रह वैज्ञानिकों को उद्धृत किया गया है, जो एनआईटी जालंधर की उत्कृष्ट अनुसंधान क्षमता को उजागर करता है। उन्होंने इस उल्लेखनीय उपलब्धि के लिए फैकल्टी की बधाई दी, इसे उनकी कड़ी मेहनत और समर्पण का परिणाम बताया। वैज्ञानिकों ने प्री कनौजिया का आभार व्यक्त किया, उनके निरंतर प्रोत्साहन, समर्थन और परिसर में अनुकूल अनुसंधान वातावरण को बढ़ावा देने के लिए, जिसने इस उत्कृष्ट परिणाम में योगदान दिया।