Edited By Anu Malhotra,Updated: 26 Mar, 2025 07:32 AM

केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने हाल ही में दिल्ली में एक कार्यक्रम में कहा कि सरकार की नई व्हीकल स्क्रैप पॉलिसी का सही तरीके से क्रियान्वयन होने पर वाहनों के कलपुर्जों (स्पेयर पार्ट्स) की कीमतों में 30 प्रतिशत तक कमी आ सकती...
नेशनल डेस्क: केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने हाल ही में दिल्ली में एक कार्यक्रम में कहा कि सरकार की नई व्हीकल स्क्रैप पॉलिसी का सही तरीके से क्रियान्वयन होने पर वाहनों के कलपुर्जों (स्पेयर पार्ट्स) की कीमतों में 30 प्रतिशत तक कमी आ सकती है। इससे गाड़ियों की रिपेयरिंग लागत में भी बड़ी राहत मिल सकती है, और ग्राहकों को कम कीमत पर बेहतर वाहन सेवाएं मिल सकती हैं।
गडकरी ने यह भी कहा कि इस कदम का फायदा वाहन निर्माता कंपनियों को भी होगा, क्योंकि वे सस्ते स्पेयर पार्ट्स का उपयोग करके अपनी गाड़ियों की सर्विसिंग और रिपेयरिंग लागत को कम कर सकेंगी। इससे ग्राहकों को सस्ती कीमतों पर गाड़ियों की रिपेयरिंग सेवाएं मिलेंगी, और कुल मिलाकर वाहन मालिकों की खर्च में कमी आएगी।
वाहनों की कीमतों में भी आ सकती है कमी
नितिन गडकरी के अनुसार, अगर व्हीकल स्क्रैप पॉलिसी का पूरी तरह से उपयोग किया जाता है, तो वाहनों की कीमतों में भी कमी हो सकती है। इससे ग्राहक अच्छे और सस्ती गाड़ियां खरीद सकेंगे।
इलेक्ट्रिक और पेट्रोल गाड़ियों के दाम में समानता
गडकरी ने इस मौके पर यह भी बताया कि अगले छह महीनों में देश में इलेक्ट्रिक और पेट्रोल गाड़ियों की कीमतें लगभग समान हो जाएंगी। उन्होंने कहा कि सरकार चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर को सुधारने के लिए काम कर रही है, और इससे ईवी की मांग में इजाफा होगा।
उन्होंने बताया कि स्क्रैप पॉलिसी के लागू होने से कच्चे माल की कीमतों में कमी आएगी, जिससे इलेक्ट्रिक वाहनों की लागत भी घटेगी। इस प्रकार, इससे इलेक्ट्रिक गाड़ियों की स्वीकार्यता भी बढ़ेगी और बाजार में ईवी की मांग में भी तेजी आएगी।