Edited By Radhika,Updated: 26 Mar, 2025 11:50 AM

केंद्रीय सड़क, परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने मंगलवार को एक कार्यक्रम में ऐलान किया कि अगले दो वर्षों में भारत का सड़क नेटवर्क अमेरिका से भी बेहतर हो जाएगा। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में सुधार इतने महत्वपूर्ण होंगे कि पहले वे यह कहते थे...
नेशनल डेस्क: केंद्रीय सड़क, परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने मंगलवार को एक कार्यक्रम में ऐलान किया कि अगले दो वर्षों में भारत का सड़क नेटवर्क अमेरिका से भी बेहतर हो जाएगा। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में सुधार इतने महत्वपूर्ण होंगे कि पहले वे यह कहते थे कि भारत का हाईवे नेटवर्क अमेरिका के बराबर होगा, लेकिन अब वे मानते हैं कि अगले दो वर्षों में भारत का सड़क नेटवर्क अमेरिका से भी उन्नत होगा। गडकरी ने यह भी स्पष्ट किया कि सड़क क्षेत्र में किसी प्रकार की कोई समस्या नहीं है, और यह क्षेत्र लगातार सुधार की दिशा में बढ़ रहा है।
टेस्ला का भारत में प्रवेश और गुणवत्ता पर जोर-
जब नितिन गडकरी से टेस्ला के भारत में प्रवेश के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा, "यह एक खुला बाजार है, जो भी सक्षम होगा, वह आकर उत्पादन करेगा और कीमतों में प्रतिस्पर्धा करेगा।" गडकरी ने यह भी कहा कि भारत में वाहन निर्माता गुणवत्ता को प्राथमिकता देते हैं, न कि केवल लागत को। उनका विश्वास है कि वाहन निर्माता अच्छे और सुरक्षित वाहन बनाएंगे और उन्हें प्रतिस्पर्धी कीमतों पर बाजार में लाएंगे।

लॉजिस्टिक्स लागत घटाने का संकल्प-
नितिन गडकरी ने यह भी कहा कि वह लॉजिस्टिक्स लागत को घटाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उनका लक्ष्य है कि लॉजिस्टिक्स लागत को एकल अंकों में लाया जाए, जिससे भारत की वैश्विक प्रतिस्पर्धा में मजबूती आएगी। वर्तमान में, भारत की लॉजिस्टिक्स लागत लगभग 14-16 प्रतिशत है। गडकरी ने यह भी बताया कि उनका उद्देश्य हर दिन 60 किलोमीटर सड़क निर्माण का है, जो देश की सड़क अवसंरचना को और बेहतर बनाने में मदद करेगा।
इलेक्ट्रिक वाहनों का भविष्य-
गडकरी ने यह भी घोषणा की कि वाहन स्क्रैपिंग नीति लागू होने से ऑटो कंपोनेंट की कीमतों में 30 प्रतिशत तक कमी हो सकती है। इससे वाहनों की कीमतों में गिरावट आएगी और उपभोक्ताओं को इसका सीधा फायदा होगा। उन्होंने यह भी बताया कि सरकार शहरों और हाईवेज पर चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर को बेहतर बनाने के लिए कई कदम उठा रही है, जिससे इलेक्ट्रिक वाहनों की मांग बढ़ेगी।
लिथियम-आयन बैटरियों की कीमतों में गिरावट
गडकरी ने यह भी बताया कि लिथियम-आयन बैटरियों की कीमतों में भारत में गिरावट आई है। अब बड़ी कंपनियां, जैसे अडानी समूह और टाटा, भारत में इन बैटरियों का बड़े पैमाने पर उत्पादन शुरू करने जा रही हैं। लिथियम-आयन बैटरियां इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए महत्वपूर्ण हैं और इसके सस्ते होने से इलेक्ट्रिक वाहनों की कीमतों में भी कमी आएगी।

भारत में लिथियम के बड़े भंडार
गडकरी ने यह भी खुलासा किया कि जम्मू और कश्मीर में लिथियम के बड़े भंडार पाए गए हैं, जो दुनिया के कुल लिथियम भंडार का 6 प्रतिशत हैं। इन भंडारों से लाखों लिथियम-आयन बैटरियों का उत्पादन किया जा सकता है, जो भारतीय उद्योग को एक नई दिशा देगा।
भारतीय ऑटोमोबाइल उद्योग की सफलता
गडकरी ने भारतीय ऑटोमोबाइल उद्योग की सराहना की, जो वर्तमान में तेज़ी से बढ़ रहा है। उन्होंने बताया कि भारतीय ऑटोमोबाइल उद्योग अब जापान को पीछे छोड़कर दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा उद्योग बन चुका है।