Edited By Utsav Singh,Updated: 18 Nov, 2024 03:22 PM
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कांग्रेस के आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि भाजपा संविधान को बदलने की योजना नहीं बना रही है। गडकरी का कहना था कि यह कांग्रेस ही थी जिसने 1975 में आपातकाल के दौरान संविधान में संशोधन किया था, जबकि अब वह भाजपा पर संविधान...
नेशनल डेस्क : केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कांग्रेस के आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि भाजपा संविधान को बदलने की योजना नहीं बना रही है। गडकरी का कहना था कि यह कांग्रेस ही थी जिसने 1975 में आपातकाल के दौरान संविधान में संशोधन किया था, जबकि अब वह भाजपा पर संविधान को नष्ट करने का आरोप लगा रही है।
गडकरी का कांग्रेस पर पलटवार
ठाणे में 20 नवंबर को होने वाले महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले एक रैली को संबोधित करते हुए गडकरी ने कांग्रेस के आरोपों को पूरी तरह खारिज कर दिया। गडकरी ने कहा, "कोई भी संविधान की मुख्य विशेषताओं में बदलाव नहीं कर सकता। वास्तव में, कांग्रेस ने 1975 में आपातकाल के दौरान संविधान में संशोधन किया था। बाद में जनता पार्टी सरकार ने इन संशोधनों को उलट दिया था।" गडकरी ने यह भी स्पष्ट किया कि भाजपा संविधान को बदलने का कोई इरादा नहीं रखती, और यह आरोप बेबुनियाद हैं। उनका कहना था कि कांग्रेस अपने इतिहास को भूलकर अब भाजपा पर गलत आरोप लगा रही है।
शहरीकरण और टिकाऊ बुनियादी ढांचे पर किया जोर
गडकरी ने रैली में देश में तेजी से बढ़ते शहरीकरण और विकास को लेकर अपनी पार्टी की प्रतिबद्धता को दोहराया। उन्होंने कहा कि सरकार का ध्यान टिकाऊ और प्रगतिशील बुनियादी ढांचा तैयार करने पर है, ताकि लोगों का जीवन स्तर बेहतर हो सके। गडकरी ने यह भी कहा कि, "हमारा उद्देश्य एक ऐसे आधुनिक बुनियादी ढांचे का निर्माण करना है, जो बेहतर जीवन स्तर को सुनिश्चित करे।"
जाति को नहीं, विकास को प्राथमिकता दे...
गडकरी ने रैली में मतदाताओं से अपील की कि वे चुनाव में जातिवाद से ऊपर उठकर विकास को प्राथमिकता दें। उन्होंने कहा कि चुनाव में जाति-आधारित राजनीति से बचते हुए प्रगति और विकास के दृष्टिकोण पर ध्यान देना चाहिए। गडकरी ने यह भी बताया कि सरकार का पूरा ध्यान देश में प्रगतिशील और आधुनिक बुनियादी ढांचे के निर्माण पर है।
गडकरी का यह बयान कांग्रेस द्वारा भाजपा पर संविधान के साथ छेड़छाड़ के आरोप लगाने के बाद आया। केंद्रीय मंत्री ने स्पष्ट किया कि भाजपा का उद्देश्य संविधान के मूल सिद्धांतों में कोई बदलाव नहीं करना है। इसके बजाय, पार्टी का ध्यान देश की प्रगति और बेहतर जीवन स्तर की ओर है, जिससे एक मजबूत और टिकाऊ बुनियादी ढांचा तैयार किया जा सके।