Edited By Ashutosh Chaubey,Updated: 26 Mar, 2025 04:13 PM

उत्तर प्रदेश के संभल जिले में ईद की नमाज को लेकर पुलिस और प्रशासन ने सख्त आदेश जारी किए हैं। इस बार सड़कों पर नमाज पढ़ने और लाउडस्पीकर के इस्तेमाल पर पूरी तरह से पाबंदी रहेगी। सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने खास इंतजाम किए हैं
नेशनल डेस्क: उत्तर प्रदेश के संभल जिले में ईद की नमाज को लेकर पुलिस और प्रशासन ने सख्त आदेश जारी किए हैं। इस बार सड़कों पर नमाज पढ़ने और लाउडस्पीकर के इस्तेमाल पर पूरी तरह से पाबंदी रहेगी। सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने खास इंतजाम किए हैं, जिससे कानून-व्यवस्था बनी रहे। संभल के एएसपी श्रीशचंद्र ने स्पष्ट किया कि इस बार ईद की नमाज केवल ईदगाह और मस्जिदों के अंदर ही पढ़ी जाएगी। सड़कों, सार्वजनिक स्थानों या घरों की छतों पर नमाज अदा करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। यह फैसला शांति और सुचारू यातायात व्यवस्था बनाए रखने के लिए लिया गया है।
लाउडस्पीकर के इस्तेमाल पर भी प्रतिबंध
पुलिस प्रशासन ने लाउडस्पीकर के अनियंत्रित इस्तेमाल को रोकने का भी आदेश दिया है। आदेश के अनुसार, ईद की नमाज के दौरान मस्जिदों और ईदगाहों में तय मानकों के अनुसार ही लाउडस्पीकर का उपयोग किया जा सकेगा। अधिक शोर और ऊँची आवाज में प्रसारण की अनुमति नहीं होगी।
पीस कमेटी की बैठक में लिया गया फैसला
संभल में पुलिस प्रशासन और स्थानीय धार्मिक संगठनों के बीच हुई पीस कमेटी की बैठक में यह फैसला लिया गया कि नमाज परंपरागत रूप से मस्जिदों और ईदगाहों में ही होगी। प्रशासन ने सभी से अपील की है कि वे नियमों का पालन करें और त्योहार को शांतिपूर्ण तरीके से मनाएं।
एसडीएम ने क्या कहा?
संभल की एसडीएम वंदना मिश्रा ने कहा कि लोगों को आपसी भाईचारे और सौहार्द के साथ त्योहार मनाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सार्वजनिक स्थानों पर नमाज अदा करने और लाउडस्पीकर के अनावश्यक उपयोग की अनुमति नहीं दी जाएगी।
मेरठ में भी लागू होगी सख्ती
संभल के अलावा मेरठ में भी पुलिस-प्रशासन ने सख्त चेतावनी जारी की है। मेरठ के एसपी सिटी ने कहा कि अगर कोई सड़क पर नमाज अदा करता पाया गया, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। साथ ही, पासपोर्ट और लाइसेंस जब्त करने जैसे सख्त कदम भी उठाए जा सकते हैं। संवेदनशील इलाकों में अतिरिक्त फोर्स तैनात की जाएगी और सुरक्षा के लिए ड्रोन, सीसीटीवी और लोकल इंटेलिजेंस की मदद ली जाएगी।
गौरतलब है कि पिछले साल प्रशासन के आदेशों का उल्लंघन करने पर 200 से अधिक लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की गई थी। इस बार भी पुलिस ने स्पष्ट कर दिया है कि नियमों का उल्लंघन करने वालों पर सख्त कार्रवाई होगी।