Edited By Parminder Kaur,Updated: 13 Mar, 2025 05:45 PM

फ्रांस के प्रसिद्ध भविष्यवक्ता माइकल दि नास्त्रेदमस की कई भविष्यवाणियां समय के साथ सच साबित हो चुकी हैं। नास्त्रेदमस ने अपनी किताब लेस प्रोफेटिज में कई भविष्यवाणियां की थीं, जिनमें से अधिकतर सही निकलीं। नास्त्रेदमस ने हिंदू धर्म के बारे में भी एक...
नेशनल डेस्क. फ्रांस के प्रसिद्ध भविष्यवक्ता माइकल दि नास्त्रेदमस की कई भविष्यवाणियां समय के साथ सच साबित हो चुकी हैं। नास्त्रेदमस ने अपनी किताब लेस प्रोफेटिज में कई भविष्यवाणियां की थीं, जिनमें से अधिकतर सही निकलीं। नास्त्रेदमस ने हिंदू धर्म के बारे में भी एक बड़ी भविष्यवाणी की थी। उन्होंने कहा था कि भविष्य में एक ऐसा देश होगा, जो हिंदू धर्म को अपना लेगा।
यह देश बनेगा हिंदू राष्ट्र
नास्त्रेदमस की भविष्यवाणी के अनुसार, दक्षिण भारत से एक नेता उभरकर आएगा, जो पूरी दुनिया को एकजुट करेगा। इसके बाद रूस अपने साम्यवाद से बाहर निकलकर हिंदू धर्म को अपनाएगा और इसे दूसरे देशों में फैलाने का काम करेगा।
भारत का पुनरुत्थान
नास्त्रेदमस ने भविष्यवाणी की थी कि 21वीं सदी में भारत एक शक्तिशाली राष्ट्र के रूप में उभरेगा और उसका आध्यात्मिक दर्शन पूरी दुनिया में फैल सकता है, जिसमें हिंदू धर्म भी शामिल है। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा था कि भारत अपनी शक्ति और संस्कृति से पूरी दुनिया पर प्रभाव डालेगा।
एक महान नेता का आगमन
नास्त्रेदमस ने यह भी भविष्यवाणी की थी कि भारत से एक ऐसा करिश्माई नेता उभरेगा, जो न केवल दुनिया की राजनीति बल्कि उसकी आध्यात्मिकता को भी प्रभावित करेगा। कई लोग इस भविष्यवाणी को आज के भारतीय नेताओं से जोड़कर देख रहे हैं।
सनातन संस्कृति और योग का प्रसार
नास्त्रेदमस ने एक समय का संकेत दिया था जब भारतीय संस्कृति, योग और वेदांत का प्रचार-प्रसार पूरी दुनिया में होगा। आजकल योग और ध्यान की लोकप्रियता पूरी दुनिया में बढ़ रही है, जिसे कई लोग नास्त्रेदमस की भविष्यवाणी से जोड़कर देखते हैं।
यूरोप पर जलवायु परिवर्तन का असर
नास्त्रेदमस के अनुसार, प्रदूषण और अन्य कारणों से जलवायु परिवर्तन बहुत गंभीर रूप लेगा। उन्होंने 2025 में ऐसी भीषण गर्म हवाओं का संकेत दिया था, जो पहले कभी महसूस नहीं की गई थीं। इस जलवायु परिवर्तन का सबसे अधिक प्रभाव यूरोप पर पड़ेगा।
नास्त्रेदमस की इन भविष्यवाणियों को कई लोग आज के समय से जोड़कर देखते हैं और उनके बारे में चर्चा करते हैं। उनकी भविष्यवाणियां न केवल ऐतिहासिक घटनाओं को दर्शाती हैं, बल्कि आने वाले समय के बारे में भी कई संकेत देती हैं।