Edited By Parveen Kumar,Updated: 22 Feb, 2025 11:14 PM

राजस्थान के अजमेर में स्थित दरगाह फिर से चर्चा में है। हिंदू सेना ने महाशिवरात्रि के मौके पर अजमेर दरगाह के संकट मोचन मंदिर में पूजा करने की मांग की है। हिंदू सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष विष्णु गुप्ता ने जिला कलेक्टर को एक पत्र लिखा है, जिसमें...
नेशनल डेस्क : राजस्थान के अजमेर में स्थित दरगाह फिर से चर्चा में है। हिंदू सेना ने महाशिवरात्रि के मौके पर अजमेर दरगाह के संकट मोचन मंदिर में पूजा करने की मांग की है। हिंदू सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष विष्णु गुप्ता ने जिला कलेक्टर को एक पत्र लिखा है, जिसमें उन्होंने दावा किया है कि दरगाह के नीचे एक प्राचीन शिव मंदिर है, जहां सदियों से भगवान शिव की पूजा होती आई है।
हिंदू सेना ने अपने पत्र में कहा है कि अजमेर दरगाह को हिंदू मंदिरों को तोड़कर बनाया गया था, और दरगाह परिसर के नीचे स्थित शिव मंदिर में भगवान शिव की पूजा की जाती थी। उन्होंने बताया कि पहले इस मंदिर में ब्राह्मणों द्वारा पूजा की जाती थी और उन्हें ‘घड़ियाली’ कहा जाता था। इसके बाद किसी षड्यंत्र के तहत पूजा बंद कर दी गई। उन्होंने यह भी बताया कि मंदिर के गर्भगृह में भगवान शिव की प्रतिमा दीवार पर अंकित है, जो आज भी मौजूद है।
महाशिवरात्रि 26 फरवरी को है और हिंदू सेना ने कलेक्टर से अनुरोध किया है कि इस दिन धार्मिक भावनाओं का सम्मान करते हुए प्राचीन शिव मंदिर में पूजा-अर्चना की अनुमति दी जाए।
इससे पहले, विष्णु गुप्ता ने अजमेर दरगाह में शिव मंदिर होने का दावा करते हुए कोर्ट में याचिका दायर की थी। कोर्ट ने इस याचिका को स्वीकार किया और तीन पक्षकारों को नोटिस जारी किया। अब इस मामले की अगली सुनवाई 4 मार्च को होगी।