Edited By Parminder Kaur,Updated: 29 Nov, 2024 09:20 AM
हमारे शरीर को स्वस्थ रहने के लिए सभी जरूरी पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है। इनमें विटामिन्स का बहुत अहम रोल है। खासकर विटामिन बी-12, विटामिन-सी और विटामिन-डी की, जिनकी कमी से न सिर्फ शरीर में पोषण की कमी होती है, बल्कि विभिन्न बीमारियों का खतरा भी...
नेशनल डेस्क. हमारे शरीर को स्वस्थ रहने के लिए सभी जरूरी पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है। इनमें विटामिन्स का बहुत अहम रोल है। खासकर विटामिन बी-12, विटामिन-सी और विटामिन-डी की, जिनकी कमी से न सिर्फ शरीर में पोषण की कमी होती है, बल्कि विभिन्न बीमारियों का खतरा भी बढ़ सकता है। विटामिन-डी को हमारी हड्डियों, मांसपेशियों और इम्यून सिस्टम के लिए बेहद जरूरी माना जाता है। हाल ही में एक शोध में यह सामने आया है कि विटामिन-डी की कमी का संबंध हाई ब्लड प्रेशर (हाई बीपी) से हो सकता है। इस शोध के मुताबिक, विटामिन-डी के पर्याप्त स्तर से ब्लड प्रेशर को कंट्रोल किया जा सकता है।
विटामिन-डी की विशेषताएँ
विटामिन-डी और विटामिन-डी3, दोनों ही हड्डियों की मजबूती और कैल्शियम के अवशोषण के लिए जरूरी होते हैं। यह हमारे शरीर की रोग-प्रतिरोधक क्षमता को भी मजबूत करता है। इसके प्राकृतिक स्रोत की बात करें तो सूरज की रोशनी में रहने से विटामिन-डी की कमी को पूरा किया जा सकता है। यह विटामिन शरीर में मिनरल्स के स्तर को भी नियंत्रित करता है और स्किन एलर्जी से भी बचाव करता है।
विटामिन-डी और हाई बीपी का कनेक्शन
एक ताजा रिसर्च से यह साबित हुआ है कि विटामिन-डी की कमी का संबंध हाई ब्लड प्रेशर से हो सकता है। रिसर्च में यह पाया गया कि विटामिन-डी के पर्याप्त स्तर से रक्तचाप को कंट्रोल करने में मदद मिल सकती है। यह शोध जर्नल ऑफ द एंडोक्राइन सोसाइटी में प्रकाशित हुआ है। इस शोध में लेबनान के बेरूत के पास रहने वाले 200 से अधिक वजन वाले बुजुर्गों की सेहत पर विटामिन-डी के प्रभाव का अध्ययन किया गया।
प्रोफेसर डॉ. गदा अल-हज्ज फुलेहान के मुताबिक, जब विटामिन-डी की खुराक कैल्शियम के साथ दी जाती है, तो यह अधिक वजन वाले बुजुर्गों में हाई बीपी को कम करने में मदद कर सकता है। यह रिसर्च विशेष रूप से उन लोगों के लिए फायदेमंद है, जो मोटे हैं, हाई बीपी से पीड़ित हैं, या विटामिन-डी की कमी से जूझ रहे हैं।
विशेषज्ञों की राय
हालांकि इस शोध से यह बात सामने आई है कि विटामिन-डी की कमी हाई बीपी से जुड़ी हो सकती है, लेकिन कुछ विशेषज्ञ मानते हैं कि इस पर और शोध की जरूरत है। उन्हें लगता है कि इस विषय पर और अधिक अध्ययन किए जाने चाहिए, ताकि इसे एक इलाज के रूप में स्वीकार किया जा सके। इसके अलावा विशेषज्ञों का कहना है कि ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने के लिए सिर्फ विटामिन-डी पर निर्भर रहना सही नहीं है। इसके लिए एक संतुलित आहार और स्वस्थ जीवनशैली भी जरूरी है। साथ ही अभी तक यह साबित नहीं हुआ है कि केवल विटामिन-डी की कमी से ही हाई बीपी हो सकता है।
विटामिन-डी की कमी को कैसे दूर करें?
विटामिन-डी की कमी को दूर करने के लिए सबसे अच्छा तरीका है सूरज की रोशनी में समय बिताना। इसके अलावा विटामिन-डी से भरपूर आहार जैसे मछली, अंडे, दूध और हरी पत्तेदार सब्जियां भी खानी चाहिए। अगर किसी को विटामिन-डी की कमी हो, तो डॉक्टर से सलाह लेकर सप्लीमेंट्स भी लिए जा सकते हैं।