Edited By Parveen Kumar,Updated: 11 Oct, 2024 06:36 PM
अस्पतालों में अक्सर नर्सें कहती हैं कि "मुबारक हो, आपको बेटा/बेटी हुई है।" लेकिन अब एक अस्पताल ने इस पर पाबंदी लगा दी है। अस्पताल प्रशासन ने सभी कर्मचारियों के लिए एक नोटिस जारी किया है, जिसके तहत अब कोई भी बच्चा पैदा होने पर यह शब्द नहीं कह सकता।...
नेशनल डेस्क : अस्पतालों में अक्सर नर्सें कहती हैं कि "मुबारक हो, आपको बेटा/बेटी हुई है।" लेकिन अब एक अस्पताल ने इस पर पाबंदी लगा दी है। अस्पताल प्रशासन ने सभी कर्मचारियों के लिए एक नोटिस जारी किया है, जिसके तहत अब कोई भी बच्चा पैदा होने पर यह शब्द नहीं कह सकता। आइए जानते हैं इसके पीछे की वजह।
LGBTQ+ समुदाय का सम्मान
यह फैसला वोक अस्पताल ने लिया है, ताकि LGBTQ+ समुदाय का ध्यान रखा जा सके। अब डॉक्टरों और नर्सों को कहना होगा कि जन्म के समय बच्चे को लड़का या लड़की घोषित किया गया है।
पहले भी हुए हैं ऐसे बदलाव
वोक अस्पताल पहला नहीं है जिसने ऐसा किया है। इससे पहले जेम्स पैजेट अस्पताल ने भी "लेडीज और जेंटलमैन" जैसे शब्दों पर रोक लगाई थी। कुछ शब्दों को बदलने की कोशिश की गई है, जैसे फायरमैन और पुलिसमैन।
ऑनलाइन किताब का वितरण
इस साल की शुरुआत में एक ऑनलाइन किताब बनाई गई थी, जिसमें LGBTQ+ समुदाय का सम्मान करने के लिए दिशा-निर्देश दिए गए थे। इस किताब में लिखा है कि "बेटा या बेटी" कहने के बजाय "जन्म के समय बच्चे को लड़का या लड़की घोषित" करना अधिक उचित है।
बदलाव का कारण
कई लोग जन्म के बाद अपना जेंडर बदल लेते हैं या जन्म के कई सालों बाद पता चलता है कि वे LGBTQ+ समुदाय से हैं। ऐसे में उनके लिए बर्थ सर्टिफिकेट में बदलाव करना मुश्किल हो जाता है। उदाहरण के लिए, मैक्स नामक एक लड़के को जन्म के समय लड़का बताया गया था, लेकिन उसने बाद में अपना जेंडर बदलवा लिया। इस पहल के जरिए अस्पताल ने यह सुनिश्चित करने की कोशिश की है कि सभी को समान सम्मान मिले।