Edited By Parveen Kumar,Updated: 29 Apr, 2025 10:10 PM
अगर आप अकसर अपने बैंक के अलावा किसी और बैंक के एटीएम से पैसे निकालते हैं, तो ये खबर आपके लिए जरूरी है। अब एटीएम से पैसे निकालना पहले से महंगा होने जा रहा है। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने एटीएम से पैसे निकालने और बैलेंस चेक करने पर लगने वाले चार्ज को...
नेशनल डेस्क : अगर आप अकसर अपने बैंक के अलावा किसी और बैंक के एटीएम से पैसे निकालते हैं, तो ये खबर आपके लिए जरूरी है। अब एटीएम से पैसे निकालना पहले से महंगा होने जा रहा है। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने एटीएम से पैसे निकालने और बैलेंस चेक करने पर लगने वाले चार्ज को बढ़ाने की मंजूरी दे दी है। नया चार्ज 1 मई 2025 से लागू होगा।
क्या बदलेगा 1 मई से?
अगर आप अपने बैंक के एटीएम के बजाय किसी दूसरे बैंक के एटीएम से पैसे निकालते हैं, तो अब आपको हर ट्रांजैक्शन पर 17 रुपये की बजाय 19 रुपये देने होंगे। इसी तरह, अगर आप बैलेंस चेक करते हैं, तो 6 रुपये की जगह 7 रुपये चार्ज लगेंगे।
ये चार्ज किस पर लगेंगे?
हर बैंक एक महीने में कुछ ट्रांजैक्शन फ्री देता है। मेट्रो शहरों में दूसरे बैंकों के एटीएम से 5 बार और नॉन-मेट्रो शहरों में 3 बार तक आप बिना किसी चार्ज के पैसे निकाल सकते हैं। इसके बाद जितने भी ट्रांजैक्शन होंगे, उन पर बढ़ा हुआ चार्ज लागू होगा।
व्हाइट लेबल एटीएम क्या हैं और क्यों हुआ बदलाव?
व्हाइट लेबल एटीएम वे मशीनें होती हैं जो किसी बैंक की नहीं होतीं, बल्कि प्राइवेट कंपनियां इन्हें चलाती हैं। ये भी सभी सुविधाएं देती हैं जैसे बैंक के एटीएम। इन कंपनियों ने लंबे समय से बढ़ती लागत का हवाला देकर चार्ज बढ़ाने की मांग की थी, जिसे अब मंजूरी मिल गई है।
इस बदलाव से क्या असर पड़ेगा?
छोटे बैंकों पर दबाव बढ़ सकता है क्योंकि उनके पास खुद के एटीएम कम होते हैं और वे दूसरों के नेटवर्क पर ज्यादा निर्भर रहते हैं। आम ग्राहकों को भी अब ट्रांजैक्शन लिमिट पार करने पर ज्यादा पैसे चुकाने होंगे।