अब 5 साल से कम नौकरी पर भी मिलेगी ग्रेच्युटी! जानिए कैसे करें कैलकुलेशन

Edited By Mahima,Updated: 24 Aug, 2024 09:50 AM

now you will get gratuity even if you work for less than 5 years

प्राइवेट सेक्टर में काम करने वाले कर्मचारियों के लिए ग्रेच्युटी एक महत्वपूर्ण लाभ है, लेकिन अक्सर यह विषय भ्रमित करने वाला हो सकता है। कई लोग सोचते हैं कि ग्रेच्युटी प्राप्त करने के लिए उन्हें लगातार 5 साल तक एक ही कंपनी में काम करना अनिवार्य है।

नेशनल डेस्क: प्राइवेट सेक्टर में काम करने वाले कर्मचारियों के लिए ग्रेच्युटी एक महत्वपूर्ण लाभ है, लेकिन अक्सर यह विषय भ्रमित करने वाला हो सकता है। कई लोग सोचते हैं कि ग्रेच्युटी प्राप्त करने के लिए उन्हें लगातार 5 साल तक एक ही कंपनी में काम करना अनिवार्य है। हालांकि, यह पूरी तरह सच नहीं है। आइए जानते हैं ग्रेच्युटी के नियम और कैसे इसे सही तरीके से कैलकुलेट किया जा सकता है।

ग्रेच्युटी क्या है?
ग्रेच्युटी एक तरह का वित्तीय लाभ है जो कंपनियां अपने कर्मचारियों को दी जाती हैं। यह लाभ लगातार सेवा के प्रति कंपनी की सराहना और आभार के रूप में दिया जाता है। यह एक महत्वपूर्ण आर्थिक सहारा हो सकता है जब कर्मचारी नौकरी छोड़ते हैं या रिटायर होते हैं।

क्या सभी प्राइवेट कर्मचारी ग्रेच्युटी के हकदार होते हैं?
भारत में ग्रेच्युटी का लाभ उन कर्मचारियों को मिलता है जो फैक्ट्रियों, खदानों, ऑयल फील्ड्स, बंदरगाहों, रेलवे, और उन दुकानों और कंपनियों में काम करते हैं जहां 10 या उससे अधिक लोग काम करते हैं।

ग्रेच्युटी पाने के लिए कितने साल काम करना जरूरी है?
आमतौर पर, एक कर्मचारी को ग्रेच्युटी प्राप्त करने के लिए लगातार 5 साल तक एक ही कंपनी में काम करना होता है। लेकिन कुछ विशेष परिस्थितियों में, जैसे कि भूमिगत खदानों में काम करने वाले कर्मचारी, ग्रेच्युटी का लाभ 4 साल 190 दिन की सेवा के बाद भी प्राप्त कर सकते हैं। अन्य संगठनों में काम करने वाले कर्मचारियों को ग्रेच्युटी का लाभ 4 साल 8 महीने की सेवा के बाद मिलता है।

क्या नोटिस पीरियड ग्रेच्युटी में शामिल होता है?
हां, नोटिस पीरियड भी ग्रेच्युटी के कैलकुलेशन में शामिल किया जाता है। नियम के अनुसार, नोटिस पीरियड को 'लगातार सेवा' में गिना जाता है, इसलिए इसका समावेश ग्रेच्युटी राशि में किया जाता है।

ग्रेच्युटी कैलकुलेट करने का तरीका
ग्रेच्युटी की राशि को कैलकुलेट करना आसान है। इसके लिए निम्नलिखित फॉर्मूला का उपयोग किया जाता है:

कुल ग्रेच्युटी राशि = (अंतिम सैलरी) x (15/26) x (कंपनी में काम किए गए साल)
उदाहरण के तौर पर, यदि आपने 7 साल तक एक कंपनी में काम किया और आपकी अंतिम सैलरी ₹35,000 है, तो आपकी ग्रेच्युटी राशि इस प्रकार होगी:

₹35,000 x (15/26) x 7 = ₹1,41,346
किसी भी कर्मचारी को अधिकतम ₹20 लाख तक की ग्रेच्युटी मिल सकती है।

भविष्य में संभावित बदलाव
वर्तमान में, ग्रेच्युटी के लिए कर्मचारियों को लगातार 5 साल तक एक ही कंपनी में कार्यरत रहना जरूरी है। हालांकि, केंद्र सरकार इसे घटाकर 3 साल करने पर विचार कर रही है। यदि ऐसा होता है, तो इससे बड़े पैमाने पर प्राइवेट सेक्टर के कर्मचारियों को लाभ हो सकता है।
 

Related Story

Trending Topics

Afghanistan

134/10

20.0

India

181/8

20.0

India win by 47 runs

RR 6.70
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!