Edited By Parveen Kumar,Updated: 23 Oct, 2024 09:09 PM
पहाड़ी कोरवा समाज में जन्म, शादी और मृत्यु भोज में महुआ शराब का प्रचलन रहा है। लेकिन अब समाज ने इन कुरीतियों को खत्म करने का फैसला किया है। समाज के लोगों ने तय किया है कि वे शादी-विवाह में बारातियों का स्वागत पूरी, सब्जी, चावल और दाल देकर करेंगे।...
नेशनल डेस्क : पहाड़ी कोरवा समाज में जन्म, शादी और मृत्यु भोज में महुआ शराब का प्रचलन रहा है। लेकिन अब समाज ने इन कुरीतियों को खत्म करने का फैसला किया है। समाज के लोगों ने तय किया है कि वे शादी-विवाह में बारातियों का स्वागत पूरी, सब्जी, चावल और दाल देकर करेंगे। महुआ शराब ने कई लोगों की जिंदगियां बर्बाद कर दी हैं, और नशा उनके अपनों की जान ले रहा है।
कोरवा समाज अब नशाबंदी के लिए सक्रिय हो गया है। पहाड़ी कोरवा समाज कल्याण समिति ने कलेक्टर और एसपी को ज्ञापन देकर शराब बंदी में सहयोग की अपील की है। बतौली ब्लॉक के पूर्व सरपंच फूल साय मिंज ने बताया कि उनका समाज शराब के जाल में इस कदर फंस गया है कि उनका अस्तित्व संकट में है। शराब के सेवन से अपराध जैसे गंभीर मुद्दे भी बढ़ रहे हैं, जो समाज पर बुरा असर डाल रहे हैं।
सरपंच ने कहा कि पहले चरण में यह पहल बतौली ब्लॉक के विभिन्न पंचायतों में शुरू की गई है, और इसे धीरे-धीरे अन्य ब्लॉकों में भी लागू किया जाएगा।
30 प्रतिशत लोगों ने छोड़ी शराब
पूर्व सरपंच फूल साय मिंज ने बताया कि इस अभियान को उन्होंने पिछले 3 महीने से शुरू किया है। समाज के लोगों को जागरूक किया जा रहा है, और अब तक 30 प्रतिशत लोग शराब छोड़ चुके हैं।