Good news! अब टोल नहीं देना पड़ेगा अब, चुनाव से पहले सरकार ने इन वाहनों को दी पूरी छूट

Edited By Mahima,Updated: 14 Oct, 2024 12:02 PM

now you will not have to pay toll

महाराष्ट्र की एकनाथ शिंदे सरकार ने हल्के वाहनों को मुंबई में प्रवेश करते समय टोल टैक्स से छूट देने का फैसला लिया है। यह नया आदेश आज रात 12 बजे से लागू होगा, जिससे दहिसर, मुलुंड, वाशी और ऐरोली क्रीक ब्रिज पर हल्के वाहनों को 45 रुपये का टोल शुल्क नहीं...

नेशनल डेस्क: मुंबई में यात्रा करने वाले लोगों के लिए एक बड़ी और सकारात्मक खबर सामने आई है। महाराष्ट्र की एकनाथ शिंदे सरकार ने हल्के वाहनों को शहर में प्रवेश करते समय टोल टैक्स से पूरी छूट देने का फैसला लिया है। यह निर्णय विधानसभा चुनाव के ठीक पहले लिया गया है, जिससे इसे वोटरों को आकर्षित करने का एक कदम माना जा रहा है।

नए आदेश का विवरण
यह नया आदेश आज रात 12 बजे से लागू होगा। इसका मतलब यह है कि आज रात से मुंबई में प्रवेश करने वाले हल्के वाहनों, जैसे कि स्कूटर, बाइक, कार, ऑटो रिक्शा और मिनी बसें, अब टोल शुल्क नहीं देंगे। पहले इन टोल प्लाजा पर हल्के वाहनों के लिए 45 रुपये का शुल्क लिया जाता था, जो अब समाप्त हो जाएगा।

मुंबई में टोल प्लाजा की जानकारी
मुंबई में कुल पांच प्रमुख टोल प्लाजा हैं, जहां से हल्के वाहनों को टोल शुल्क देना पड़ता था। ये टोल प्लाजा हैं:
1. दहिसर टोल: यह मुंबई के उत्तरी छोर पर स्थित है और शहर में प्रवेश का एक प्रमुख बिंदु है।
2. मुलुंड (LBS मार्ग) टोल: यह मुलुंड क्षेत्र में स्थित है और इसकी पहुंच पश्चिमी और पूर्वी उपनगरों दोनों से है।
3. मुलुंड (ईस्टर्न एक्सप्रेस हाईवे) टोल: यह प्रमुख ईस्टर्न एक्सप्रेस हाईवे पर स्थित है, जो मुंबई के पूर्वी भाग को जोड़ता है।
4. वाशी में सायन-पनवेल हाईवे टोल: यह वाशी क्षेत्र में है और सायन-पनवेल हाईवे से जुड़ा हुआ है, जो मुंबई को ठाणे से जोड़ता है।
5. ऐरोली क्रीक ब्रिज टोल: यह ऐरोली क्षेत्र में स्थित है और कई यात्रियों के लिए एक महत्वपूर्ण मार्ग है।
इन सभी टोल प्लाजा पर अब हल्के वाहनों के लिए टोल शुल्क समाप्त हो जाएगा, जिससे यात्रियों को वित्तीय राहत मिलेगी।

जानिए क्या है इसका राजनीतिक संदर्भ
यह निर्णय विधानसभा चुनाव के नजदीक होने के कारण काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। चुनाव आयोग की ओर से किसी भी समय चुनाव की तारीखों की घोषणा की जा सकती है, और ऐसे में शिंदे सरकार का यह कदम राजनीतिक दृष्टि से भी समझा जा रहा है। कई विश्लेषकों का मानना है कि यह निर्णय वोट बैंक को लुभाने के लिए लिया गया है, ताकि चुनावी माहौल में सरकार को समर्थन मिले।

कैबिनेट बैठक का संदर्भ
इस महत्वपूर्ण घोषणा का असर देखने के लिए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक का संदर्भ लेना आवश्यक है। यह बैठक सह्याद्री गेस्ट हाउस में आयोजित की गई, जिसमें उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, अजित पवार और अन्य मंत्री भी शामिल थे। बैठक में केवल टोल छूट पर ही चर्चा नहीं हुई, बल्कि पूर्व राज्य मंत्री और एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी के निधन पर भी शोक व्यक्त किया गया। 

कैसी रही सार्वजनिक प्रतिक्रिया
इस निर्णय पर जनता की प्रतिक्रिया मिश्रित रही है। कुछ लोग इसे सरकार की सकारात्मक पहल मान रहे हैं, जो लोगों की आर्थिक स्थिति को बेहतर बनाने की दिशा में एक कदम है। वहीं, कुछ लोगों का मानना है कि यह निर्णय चुनावी लाभ के लिए उठाया गया है। कुल मिलाकर, यह नया आदेश न केवल यात्रा को आसान बनाएगा, बल्कि लोगों के लिए आर्थिक रूप से भी राहत का साधन बनेगा। अब हल्के वाहन चालक बिना किसी टोल शुल्क के मुंबई में आसानी से प्रवेश कर सकेंगे। यह निर्णय शहर के परिवहन में एक सकारात्मक बदलाव लाएगा, और उम्मीद है कि इससे यातायात की भीड़भाड़ को कम करने में मदद मिलेगी।

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