Edited By rajesh kumar,Updated: 18 Jun, 2024 04:01 PM
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने मंगलवार को पश्चिम बंगाल की अपनी समकक्ष ममता बनर्जी से आईआईटी-खड़गपुर के छात्र फैजान अहमद की अप्राकृतिक मौत से संबंधित जांच सीबीआई को सौंपने का आग्रह किया।
नेशनल डेस्क: असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने मंगलवार को पश्चिम बंगाल की अपनी समकक्ष ममता बनर्जी से आईआईटी-खड़गपुर के छात्र फैजान अहमद की अप्राकृतिक मौत से संबंधित जांच सीबीआई को सौंपने का आग्रह किया। अहमद, जो लगभग दो वर्ष पहले आईआईटी-खड़गपुर के एक छात्रावास के कमरे में मृत पाया गया था जोकि असम के तिनसुकिया जिले का मूल निवासी था।
सीएम सरमा का ममता बनर्जी को पत्र
सरमा ने बनर्जी को लिखे पत्र में लिखा, “स्वर्गीय फैजान अहमद 14 अक्टूबर, 2022 को अपने छात्रावास के कमरे में मृत पाए गए। हालांकि कॉलेज प्रशासन ने उनकी मौत को आत्महत्या का मामला बताया था, लेकिन उनके शोक संतप्त माता-पिता ने उनके शरीर पर चोट के निशान देखे थे, जिससे संकेत मिलता है कि यह हत्या का मामला था। इसलिए, मैंने आपसे उस प्रतिभाशाली युवा छात्र की अप्राकृतिक मृत्यु की गहन जांच के लिए अनुरोध किया था। अब यह बताया गया है कि माननीय कलकत्ता उच्च न्यायालय के निर्देशानुसार, दिवंगत फैजान अहमद के शव को कब्र से निकालकर दूसरी बार शव परीक्षण किया गया। दूसरी फोरेंसिक रिपोर्ट के अनुसार, दिवंगत फैजान अहमद की गर्दन के ऊपरी बाएं हिस्से पर गोली का घाव था और गर्दन के दाएं हिस्से पर चाकू से वार का निशान था।"
कृपया मामला सीबीआई को सौंप दिया जाए
असम के मुख्यमंत्री ने कहा कि नवीनतम फोरेंसिक रिपोर्ट के निष्कर्षों के मद्देनजर, यह जरूरी है कि अपराध के अपराधियों के साथ-साथ हत्या को छिपाने में शामिल किसी भी अन्य व्यक्ति को सजा मिले, जिससे मृतक को न्याय मिल सके और शोक संतप्त माता-पिता को राहत मिल सके। सरमा ने पत्र में लिखा, ‘‘इसलिए मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि अपराध की पारदर्शी और निष्पक्ष जांच के लिए कृपया मामला सीबीआई को सौंप दिया जाए।’’
दूसरी बार हुआ शव का पोस्टमार्टम
पिछले वर्ष, कलकत्ता उच्च न्यायालय ने फैजान के शव को असम में खोदकर दूसरी बार पोस्टमार्टम कराने का आदेश दिया था, क्योंकि न्यायालय द्वारा चुने गए एक विशेषज्ञ ने मूल शव परीक्षण में विभिन्न अनियमितताओं की पहचान की थी। पश्चिम बंगाल पुलिस की एक टीम शव को कोलकाता ले गई, जहां अदालत द्वारा नियुक्त विशेषज्ञ ने दूसरी बार शव परीक्षण किया।