Edited By Harman Kaur,Updated: 18 Mar, 2025 05:00 PM

6 अप्रैल 2025 को चैत्र शुक्ल नवमी के पावन अवसर पर अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में विशेष अनुष्ठान का आयोजन किया जाएगा। इस दिन दोपहर 12 बजे रामलला के मस्तक पर सूर्य तिलक किया जाएगा, जिसमें सूर्य की किरणें सीधे रामलला के दिव्य मस्तक पर पड़ेंगी।...
नेशनल डेस्क: 6 अप्रैल 2025 को चैत्र शुक्ल नवमी के पावन अवसर पर अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में विशेष अनुष्ठान का आयोजन किया जाएगा। इस दिन दोपहर 12 बजे रामलला के मस्तक पर सूर्य तिलक किया जाएगा, जिसमें सूर्य की किरणें सीधे रामलला के दिव्य मस्तक पर पड़ेंगी। यह क्षण श्रद्धालुओं के लिए अत्यधिक भावनात्मक और ऐतिहासिक होगा, क्योंकि इस सूर्य तिलक की व्यवस्था वैज्ञानिक तकनीक के माध्यम से की गई है।
रामलला का सूर्य तिलक: कैसे होगा यह खास आयोजन
रामलला के सूर्य तिलक को देखने के लिए देशभर से श्रद्धालु अयोध्या पहुंचेंगे। इस विशेष आयोजन में सूर्य की किरणों को तीन अलग-अलग दर्पणों के माध्यम से विभिन्न कोणों से डायवर्ट किया जाएगा। इसके बाद ये किरणें पीतल की पाइप से गुजरेगी, क्योंकि पीतल में क्षरण (corrosion) कम होता है और इसे सूर्य की किरणों के डायवर्जन में उपयोग किया जाता है। इसके बाद, ये किरणें लेंस से होते हुए सीधे रामलला के ललाट पर पड़ेंगी।
अनुष्ठान का समय और कार्यक्रम
- सुबह 9:30 से 10:30 बजे तक रामलला का अभिषेक किया जाएगा।
- 10:40 बजे पर्दा रहेगा।
- 10:40 से 11:45 बजे तक पर्दा खुला रहेगा, जिसमें रामलला का श्रृंगार होगा।
- 11:45 बजे रामलला को भोग अर्पित किया जाएगा।
-12 बजे सूर्य नारायण भगवान अपने कुल के रामलला के मस्तक पर तिलक करेंगे, जो एक ऐतिहासिक और धार्मिक क्षण होगा।
यह आयोजन न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण होगा, बल्कि अयोध्या में भव्य उत्सव का माहौल भी बनेगा, जिसमें श्रद्धालु इस ऐतिहासिक क्षण को देखने के लिए बड़ी संख्या में एकत्र होंगे।