Edited By rajesh kumar,Updated: 28 Sep, 2024 07:47 PM
उत्तर प्रदेश के बलिया जिले के बैरिया इलाके में शनिवार को रेल की पटरी पर रखा गया एक पत्थर ट्रेन के इंजन से टकरा गया। हालांकि, इससे किसी तरह की क्षति नहीं हुई।
नेशनल डेस्क: उत्तर प्रदेश के बलिया जिले के बैरिया इलाके में शनिवार को रेल की पटरी पर रखा गया एक पत्थर ट्रेन के इंजन से टकरा गया। हालांकि, इससे किसी तरह की क्षति नहीं हुई। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। उत्तर प्रदेश में रेल पटरियों पर गैस सिलेंडर, खंभा आदि पाये जाने के मामलों के बीच शनिवार को घटी इस घटना से सनसनी फैल गई। पूर्वोत्तर रेलवे के जनसंपर्क अधिकारी अशोक कुमार ने बताया कि शनिवार को वाराणसी-बलिया-छपरा रेल प्रखंड पर पूर्वाह्न 10:25 बजे बकुलहा-मांझी रेलवे स्टेशन के बीच किमी-18/10 पर रेल पटरी पर पत्थर मिला। उन्होंने बताया कि लखनऊ से छपरा जा रही 15054 लखनऊ-छपरा एक्सप्रेस ट्रेन के इंजन के 'कैटल गार्ड' से पत्थर टकरा कर हट गया।
लोको पायलट की सूझबूझ से टला हादसा
कुमार ने बताया कि लोको पायलट (रेल चालक) ने पटरी पर रखे पत्थर को देखकर आपातकालीन ब्रेक लगाया, जिसके बाद इंजन के कैटल गार्ड से पत्थर टकरा कर हट गया। उन्होंने कहा कि इसके उपरांत सुरक्षा सुनिश्चित कर लोको पायलट द्वारा ट्रेन को गंतव्य की ओर रवाना किया गया। उन्होंने बताया कि इस घटना में किसी तरह की क्षति की कोई सूचना नहीं है। बैरिया थाना के प्रभारी निरीक्षक (एसएचओ) रामायण सिंह ने बताया कि बिहार सीमा पर स्थित मांझी पुल के पहले चांद दियर गांव के यादव नगर के सामने यह घटना हुई। उन्होंने बताया कि इस रेल मार्ग से लखनऊ-छपरा एक्सप्रेस ट्रेन के आधा घंटा पहले एक यात्री ट्रेन भी गुजरी है। उन्होंने कहा कि रेल पटरी पर पत्थर रखने की सूचना मिलते ही पुलिस और राजकीय रेलवे पुलिस मौके पर पहुंचकर छानबीन में जुट गई है।
सामान्य है रेलवे परिचालन
बैरिया के पुलिस क्षेत्राधिकारी (सीओ) मोहम्मद उस्मान ने बताया कि थाना बैरिया में मांझी रेलवे पुल से करीब 300 मीटर पहले शनिवार पूर्वाह्न लगभग 10:40 बजे लखनऊ-छपरा एक्सप्रेस (15054) जो छपरा की तरफ जा रही थी, उसके ट्रैक के बीच किसी पत्थर से इंजन के सेफ्टी गार्ड से टकराने के कारण पटरी के कुछ स्लीपर में खुरचन के निशान आ गए हैं। सीओ ने बताया कि उक्त ट्रेन बिना रुके अपने गंतव्य की ओर रवाना हो गई। रेलवे परिचालन सामान्य है। इस सूचना पर तत्काल मौके पर पहुंचकर पुलिस ने घटनास्थल का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि मौके पर स्थानीय पुलिस एवं रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) द्वारा जांच की जा रही है। हाल में ऐसे भी मामले सामने आये जब चोरी की नीयत से किये गये प्रयास में रेल पटरी अव्यवस्थित हो गई। उत्तर प्रदेश के रामपुर में नैनी जन शताब्दी एक्सप्रेस ट्रेन के मार्ग पर 18 सितंबर को खंभे रखने के मामले में पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है।
18 सितंबर को पटरी पर मिला था लोहे का खंभा
मुरादाबाद के रेलवे पुलिस उपाधीक्षक अनिल कुमार वर्मा ने बताया कि पिछली 18 सितंबर को बिलासपुर और रुद्रपुर सिटी रेलवे स्टेशनों के बीच पटरी पर छह मीटर लंबा लोहे का खंभा पड़ा होने के मामले में सनी उर्फ सानिया उर्फ संदीप चौहान और बिजेंद्र उर्फ टिंकू को 22 सितंबर को गिरफ्तार किया गया। दोनों रामपुर जिले के बिलासपुर थाना क्षेत्र के निवासी हैं। अधिकारी के मुताबिक, पूछताछ के दौरान पता चला कि दोनों अक्सर वहां शराब पीने जाते थे तथा उस दिन उन्होंने रेल की पटरी के पास शराब पी और वहां एक खंबा पड़ा था जिसे वे चुराना चाहते थे। वर्मा ने बताया था कि जमीन ऊबड़-खाबड़ थी और सनी तथा बिजेंद्र इतने नशे में थे कि जब वे खंभा ले जा रहे थे, उसी समय उन्हें ट्रेन का हॉर्न सुनाई दिया, जिसके बाद वे खंभे को वहीं छोड़कर भाग गए। गिरफ्तार आरोपियों के इरादों या किसी संगठन से जुड़े होने के बारे में पूछे जाने पर वर्मा ने कहा, "उनका किसी संगठन से कोई संबंध नहीं है और न ही वे किसी मॉड्यूल से जुड़े हैं।"
साबरमती एक्सप्रेस के 22 डिब्बे पटरी से उतर गए थे
उप्र में 17 अगस्त को साबरमती एक्सप्रेस के 22 डिब्बे कानपुर में पटरी से उतर गये। इसके बाद आठ सितंबर को फर्रुखाबाद से कासगंज जा रही कालिंदी एक्सप्रेस के रूट पर रेलवे लाइन पर गैस सिलेंडर रखा मिला। 22 सितंबर को कानपुर में मालगाड़ी के आगे ट्रैक पर गैस सिलेंडर मिला। इन मामलों में चालकों की सूझबूझ से कोई हादसा नहीं हुआ लेकिन सुरक्षा एजेंसियों की चिंता बढ़ गई। इन मामलों में जांच चल रही है।