Edited By Ashutosh Chaubey,Updated: 02 Mar, 2025 03:15 PM
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बीजेपी का नया राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने की प्रक्रिया ने मार्च महीने में नया मोड़ लिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गुजरात दौरे के बाद पार्टी नए प्रदेश अध्यक्ष के नाम का ऐलान कर सकती है। फिलहाल, बीजेपी ने कुल 36 प्रदेश अध्यक्षों में से 12 के नाम तय...
नेशनल डेस्क: बीजेपी का नया राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने की प्रक्रिया ने मार्च महीने में नया मोड़ लिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गुजरात दौरे के बाद पार्टी नए प्रदेश अध्यक्ष के नाम का ऐलान कर सकती है। फिलहाल, बीजेपी ने कुल 36 प्रदेश अध्यक्षों में से 12 के नाम तय किए हैं। पार्टी के संविधान के मुताबिक राष्ट्रीय अध्यक्ष की नियुक्ति के लिए आधे प्रदेश अध्यक्षों का होना जरूरी है, जिसके चलते अब नामों की रेस और भी दिलचस्प हो गई है।
हाल ही में चर्चा में दो महिला नेताओं के नाम सामने आए हैं जो बीजेपी के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष की रेस में शामिल हैं। ये नेता दक्षिण भारत से हैं। पहला नाम है आंध्र प्रदेश से डी पुरंदेश्वरी का, जिन्हें बीजेपी में दक्षिण की 'सुषमा स्वराज' कहा जाता है। दूसरा नाम है वनथी श्रीनिवासन, जो अभी बीजेपी के राष्ट्रीय महिला मोर्चा की प्रमुख हैं। हालांकि, अभी तक ज्यादा संभावना डी पुरंदेश्वरी के नाम को लेकर जताई जा रही है।
बीजेपी के मिशन साउथ को लेकर तैयारियां
बीजेपी के लिए दक्षिण भारत हमेशा से चुनौतीपूर्ण रहा है, लेकिन अब पार्टी ने 'मिशन साउथ' के तहत दक्षिण भारत में अपनी पकड़ मजबूत करने का प्रयास शुरू कर दिया है। बीजेपी के लिए यह मायने रखता है कि नया अध्यक्ष इस क्षेत्र से हो, क्योंकि इससे पार्टी को दक्षिण में अपनी स्थिति को सुदृढ़ करने में मदद मिल सकती है। दक्षिण से बीजेपी के कई नेता इस रेस में शामिल हैं, जिनमें कोयला मंत्री जी किशन रेड्डी, गृह राज्य मंत्री बंडी संजय कुमार और केंद्रीय मंत्री प्रहलाद जोशी के नाम शामिल थे।
क्या पहली बार महिला को मिलेगा पार्टी का सर्वोच्च पद?
अब तक बीजेपी में कोई महिला राष्ट्रीय अध्यक्ष नहीं बनी है, लेकिन डी पुरंदेश्वरी और वनथी श्रीनिवासन जैसे नामों ने यह सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या पार्टी इस बार किसी महिला नेता को इस पद पर बिठाएगी? अगर ऐसा होता है तो यह बीजेपी के लिए ऐतिहासिक पल होगा। डी पुरंदेश्वरी 2014 में बीजेपी में शामिल हुई थीं और तब से आंध्र प्रदेश की अध्यक्ष भी रही हैं। बीजेपी में महिला नेताओं के प्रभाव का बढ़ना पार्टी के लिए एक सकारात्मक संकेत हो सकता है।
विनोद तावड़े की भी हो रही चर्चा
बीजेपी के महासचिव विनोद तावड़े का नाम भी राष्ट्रीय अध्यक्ष के लिए चर्चा में है। वह पार्टी में अपने कामकाजी तरीके और समर्पण के लिए जाने जाते हैं। उन्हें बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व का विश्वासपात्र माना जाता है और यह कहा जाता है कि वह विपरीत परिस्थितियों में भी सही कदम उठाने में सक्षम हैं। उनका नाम खासतौर पर तब चर्चा में आया जब दिल्ली में पार्टी ने निर्णय लिया कि रेखा गुप्ता को सीएम बनाया जाएगा, जबकि पहले प्रवेश वर्मा के नाम की चर्चा हो रही थी।
राजस्थान में भी बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष के नाम को लेकर अटकलें जारी हैं। हालांकि, अब तक बीजेपी ने उत्तर प्रदेश में प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति नहीं की है। अगले हफ्ते प्रयागराज महाकुंभ के बाद इस नियुक्ति की घोषणा की जा सकती है।