Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 10 Jul, 2024 04:28 PM
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सफल रूस दौरा संपन्न हो गया। पीएम मोदी के रूस दौरे पर अमेरिका समेत पूरी दुनिया की नजर थी। इस दौरान रूस के राष्ट्रपति पुतिन और पीएम मो....
वॉशिंगटन: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सफल रूस दौरा संपन्न हो गया। पीएम मोदी के रूस दौरे पर अमेरिका समेत पूरी दुनिया की नजर थी। इस दौरान रूस के राष्ट्रपति पुतिन और पीएम मोदी की गहरी दोस्ती साफ नजर आई। ऐसे में अमेरिका भी मोदी और पुतिन की दोस्ती का लोहा मानने लगा है. अमेरिका को भी यकीन है कि केवल भारत ही रूसी राष्ट्रपति पुतिन को यूक्रेन जंग खत्म करने के लिए मना सकता है। अमेरिका ने कहा है कि रूस के साथ भारत के अच्छे रिश्ते हैं। इसी रिश्ते की वजह से भारत के पास रूसी राष्ट्रपति पुतिन से यूक्रेन में युद्ध समाप्त करने को कहने की क्षमता है।
रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच पहली बार प्रधानमंत्री मोदी रूस पहुंचे थे। मॉस्को में गर्मजोशी के साथ पीएम मोदी ने राष्ट्रपति पुतिन से मुलाकात की। दोनों नेताओं के बीच रूस-यूक्रेन युद्ध पर भी चर्चा हुई। पीएम मोदी ने साफ तौर पर रूस-यूक्रेन युद्ध में मारे जा रहे लोगों, खासकर बच्चों पर चिंता जाहिर की। उन्होंने दो टूक में कहा कि वर्तमान समय युद्ध का नहीं है। इस युद्ध में अमेरिका खुलकर यूक्रेन के साथ खड़ा है। पीएम मोदी की रूस यात्रा पर अमेरिका की ओर से प्रतिक्रिया सामने आई है। अमेरिका का मानना है कि रूस और भारत के अच्छे संबंध की वजह से इस युद्ध पर लगाम लगाया जा सकता है।
अमेरिका और भारत एक रणनीतिक भागीदार: कैरिन जीन-पियरे
व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव कैरिन जीन-पियरे से जब पीएम मोदी और राष्ट्रपति पुतिन की मुलाकात पर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि भारत और अमेरिका एक रणनीतिक भागीदार हैं। दोनों देशों के बीच हर मुद्दों पर स्पष्ट बातचीत होती है।
यूक्रेन की बात आती है तो भारत सहित सभी देश स्थायी शांति हासिल करने के प्रयासों का समर्थन करते हैं।कैरिन जीन-पियरे ने कहा कि अमेरिका का मानना है कि भारत के पास ये क्षमता है कि वो रूस से बातचीत कर युद्ध को रुकवा सकता है। हालांकि, युद्ध को रोकने का आखिरी राष्ट्रपति पुतिन का है। राष्ट्रपति पुतिन ने युद्ध शुरू किया, और वह युद्ध समाप्त कर सकते हैं।"