Edited By rajesh kumar,Updated: 17 Dec, 2024 09:09 PM
दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए दिल्ली पुलिस की ट्रैफिक यूनिट ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। अब दिल्ली में ग्रैप-4 (ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान) के तहत, केवल बीएस-6 (BS-6) मानक वाले वाहनों को ही पेट्रोल और डीजल मिलेगा। यानी, पेट्रोल-डीजल केवल...
नयी दिल्ली: दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए दिल्ली पुलिस की ट्रैफिक यूनिट ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। अब दिल्ली में ग्रैप-4 (ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान) के तहत, केवल बीएस-6 (BS-6) मानक वाले वाहनों को ही पेट्रोल और डीजल मिलेगा। यानी, पेट्रोल-डीजल केवल उन वाहनों को मिलेगा जो नए BS-6 मानकों को पूरा करते हैं। इस कदम से प्रदूषण पर काबू पाने की कोशिश की जा रही है।
इन वाहनों को न दें पेट्रोल-डीजल
दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने सभी पेट्रोल पंप मालिकों को पत्र भेजकर यह निर्देश दिया है कि वे BS-6 वाहनों के अलावा किसी अन्य वाहन को पेट्रोल या डीजल न दें। अगर पेट्रोल पंप मालिक इस आदेश का उल्लंघन करते हैं, तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। दिल्ली पुलिस के विशेष आयुक्त (ट्रैफिक) अजय चौधरी ने इस बात की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि अब तक दिल्ली के कई पेट्रोल पंप मालिकों को यह पत्र भेज दिया गया है और बाकी को जल्द ही भेजा जाएगा।
ग्रैप-4 लागू होने के बाद की तैयारियां
ग्रैप-4 के लागू होते ही दिल्ली पुलिस पूरी तरह से अलर्ट हो गई है। सोमवार रात 11 बजे से ही ट्रैफिक पुलिस ने प्रदूषण कम करने के लिए जरूरी कदम उठाना शुरू कर दिया था। पिछली बार की तरह इस बार भी प्रदूषण प्रमाण पत्र (PUC) नहीं होने वाले वाहनों का चालान किया जाएगा और प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों को जब्त किया जाएगा। पिछले ग्रैप-4 के दौरान करीब 350 ऐसे वाहनों का चालान किया गया था जो बिना वैध प्रदूषण प्रमाण पत्र के चल रहे थे।
सीसीटीवी कैमरों से होगी निगरानी
नई दिल्ली जिले के पेट्रोल पंप मालिकों को पत्र भेजकर उन्हें BS-6 वाहनों के अलावा किसी अन्य वाहन को पेट्रोल-डीजल न देने का निर्देश दिया गया है। ट्रैफिक पुलिस अब पेट्रोल पंपों पर सीसीटीवी कैमरों से नजर रखेगी, ताकि आदेश का पालन किया जा सके।
जेडओ की तैनाती और अन्य कदम
इस बार दिल्ली पुलिस ने प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों पर नज़र रखने के लिए 50 से ज्यादा ज़ेडओ (जोनल ऑफिसर) सड़कों पर उतारे हैं। ये ज़ेडओ ग्रैप-4 के तहत प्रतिबंधित वाहनों को पकड़ने में मदद करेंगे।
ट्रैफिक पुलिस द्वारा उठाए गए अन्य कदम:
- भारी वाहनों को रोकना: दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने पड़ोसी राज्यों से आने वाले भारी वाहनों को रोकने के लिए बॉर्डर पर पिकेट लगाई है।
- विशेष टीमें तैनात: दिल्ली के सभी बॉर्डरों पर रूटीन ट्रैफिक पुलिस के साथ विशेष टीमें भी तैनात की गई हैं।
- पीसीआर यूनिट का इस्तेमाल: प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों को पकड़ने के लिए 88 पीसीआर वैन को सड़क पर उतारा गया है।
- पिकेट और चालान की व्यवस्था: दिल्ली के विभिन्न हिस्सों में स्थाई पिकेट बनाए गए हैं और पुलिस को चालान करने की मशीनें दी गई हैं।
- मोटरसाइकिल पर पुलिस: प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों को पकड़ने के लिए ट्रैफिक पुलिस को मोटरसाइकिलों पर भी सड़कों पर उतारा गया है।
- वरिष्ठ अधिकारियों का निरीक्षण: वरिष्ठ अधिकारियों को बॉर्डर क्षेत्रों का निरीक्षण करने के निर्देश दिए गए हैं।
दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण को लेकर दिल्ली पुलिस ने ग्रैप-4 को फिर से लागू किया है और इसके तहत कई सख्त कदम उठाए हैं। इन कदमों से उम्मीद की जा रही है कि प्रदूषण को नियंत्रित किया जा सकेगा और दिल्ली में साफ हवा का स्तर बढ़ सकेगा।