सभापति Jagdeep Dhankar से आर-पार के मूड में विपक्ष, पद से हटाने के लिए लाएगी अविश्वास प्रस्ताव

Edited By Yaspal,Updated: 09 Aug, 2024 05:59 PM

opposition in a mood to fight it out with chairman jagdeep dhankar

विपक्षी दल उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ को पद से ‘हटाने' के लिए उनके खिलाफ संविधान के अनुच्छेद 67 के तहत प्रस्ताव लाने की खातिर नोटिस देने पर विचार कर रहे हैं।

नई दिल्लीः विपक्षी दल उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ को पद से ‘हटाने' के लिए उनके खिलाफ संविधान के अनुच्छेद 67 के तहत प्रस्ताव लाने की खातिर नोटिस देने पर विचार कर रहे हैं। सूत्रों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। सूत्रों ने यह भी बताया कि इस नोटिस के लिए 87 सांसदों ने हस्ताक्षर भी कर दिए हैं।

अनुच्छेद 67 (बी) के तहत उपराष्ट्रपति को राज्यसभा के सभी तत्कालीन सदस्यों के बहुमत से पारित और लोकसभा द्वारा सहमत एक प्रस्ताव के माध्यम से उनके कार्यालय से हटाया जा सकता है। हालांकि इस खंड के प्रयोजन के लिए कोई भी प्रस्ताव तब तक पेश नहीं किया जाएगा, जब तक कि प्रस्ताव पेश करने के इरादे से कम से कम 14 दिन का नोटिस न दिया गया हो।

विपक्ष से जुड़े एक सूत्र ने बताया कि दो दिन पहले, राज्यसभा में सदन के नेता जे पी नड्डा को अनौपचारिक रूप से सूचित किया गया था कि विपक्ष धनखड़ को हटाने के लिए एक प्रस्ताव प्रस्तुत करने पर विचार कर रहा है। सूत्र ने कहा कि विपक्षी दलों के लिए यह बात बहुत चिंताजनक है कि नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे का माइक बार-बार बंद किया जाता है।

सूत्र के अनुसार, विपक्ष चाहता है कि सदन नियमों और परंपरा के अनुसार चले और सदस्यों के खिलाफ व्यक्तिगत टिप्पणियां अस्वीकार्य हैं। कांग्रेस और विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस' (इंडिया') के कई अन्य घटक दलों ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि राज्यसभा में सभापति जगदीप धनखड़ का रवैया पक्षपातपूर्ण दिखाई देता है तथा हालत यह है कि नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को बोलने नहीं दिया जाता और उनका माइक बंद कर दिया जाता है।

राज्यसभा में शुक्रवार को समाजवादी पार्टी की सदस्य जया बच्चन द्वारा सभापति जगदीप धनखड़ के बोलने के लहजे पर आपत्ति जताए जाने के बाद आसन और विपक्ष के बीच टकराव देखने को मिला। जया बच्चन ने सभापति जगदीप धनखड़ के बोलने के लहजे पर आपत्ति जताई जिसके बाद दोनों के बीच नोंकझोंक हो गई और सभापति ने कहा कि उनके जैसी सेलिब्रिटी को भी शिष्टाचार का पालन करने की जरूरत है। सभापति ने विपक्षी सदस्यों को सदन की गरिमा बनाए रखने की नसीहत दी वहीं विपक्षी सदस्यों ने अपनी बात रखने की अनुमति नहीं देने का आरोप लगाते हुए सदन से बहिर्गमन कर दिया।

बाद में संसद परिसर में पत्रकारों से बात करते हुए जया बच्चन ने कहा कि वह सभापति के बोलने के लहजे से नाराज हैं। उन्होंने यह भी कहा कि सदन में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे जब अपनी बात रखने के लिए खड़े हुए तो उनका माइक बंद कर दिया गया और इससे भी वह (जया) नाराज हैं। सदन में विवाद तब शुरू हुआ जब सपा सदस्य, कुछ दिन पहले भाजपा के घनश्याम तिवाड़ी द्वारा खरगे पर की गई कुछ टिप्पणियों को लेकर विपक्षी दलों और सभापति के बीच चल रही तीखी बहस पर अपनी बात रखना चाहती थीं।

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