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देश के इस राज्य में 31 जुलाई को भारी वर्षा का ‘ऑरेंज अलर्ट', जमकर होगी बारिश

Edited By Pardeep,Updated: 28 Jul, 2024 09:22 PM

orange alert  for heavy rain in this state of the country on july 31

देश के कई राज्यों में मूसलाधार बारिश का सिलसिला चल रहा है। भारी बारिश के चलते कई इलाके बाढ़ से प्रभावित हो गए हैं और जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। वहीं  हिमाचल प्रदेश में मानूसन ने रफ्तार पकड़ ली है। राज्य के अधिकतर जिलों में झमाझम बारिश हुई है।

नेशनल डेस्कः देश के कई राज्यों में मूसलाधार बारिश का सिलसिला चल रहा है। भारी बारिश के चलते कई इलाके बाढ़ से प्रभावित हो गए हैं और जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। वहीं  हिमाचल प्रदेश में मानूसन ने रफ्तार पकड़ ली है। राज्य के अधिकतर जिलों में झमाझम बारिश हुई है। पिछले 24 घंटों के दौरान मंडी और सिरमौर जिलों में सबसे ज्यादा बरसात हुई है। शिमला में भी अच्छी बारिश हुई। मौसम विभाग की ओर से जारी पूर्वानुमान के अनुसार अगले छह दिन पूरे प्रदेश में मौसम खराब रहेगा। तीन अगस्त तक राज्य में भारी वर्षा होने की आशंका है। 

प्रदेश में नौ जिलों में बारिश को लेकर अलर्ट जारी
मौसम विभाग ने नौ जिलों में बारिश को लेकर अलर्ट जारी किया है। सोमवार व 30 जुलाई को ‘येलो अलर्ट' जबकि 31 जुलाई को ‘ऑरेंज अलटर्' जारी किया गया है। पहली से तीन अगस्त तक दोबारा ‘येलो अलटर्' जारी किया है। कुल्लू, लाहौल-स्पीति औऱ किन्नौर को छोड़कर शेष नौ जिलों में व्यापक वर्षा होने के आसार हैं। सिरमौर, कांगड़ा, बिलासपुर औऱ ऊना जिलों में 31 जुलाई को भारी से बहुत भारी वर्षा का ‘ऑरेंज अलर्ट' जारी किया गया है। 

नदियों किनारे बसे लोगों को सतकर्ता बरतने के निर्देश 
शिमला स्थित मौसम विज्ञान केंद्र ने भारी वर्षा की आशंका के मद्देनजर प्रदेशवासियों और बाहर से आने वाले लोगों को एहतियात बरतने को कहा है। लोगों को नदी-नालों के समीप न जाने की सलाह दी गई है। नदियों व उप नदियों के किनारे बसे लोगों को भी सतकर्ता बरतने को कहा गया है। पर्यटकों व स्थानीय लोगों को भूस्खलन सम्भावित इलाकों की तरफ भ्रमण न करने और अनावश्यक यात्रा से बचने की हिदायत दी गई है। मौसम विभाग की दैनिक रिपोर्ट के मुताबिक पिछले 24 घण्टों के दौरान मंडी जिला के जोगिन्दरनगर में सर्वाधिक 90 मिलीमीटर वर्षा हुई है। 

इसके अलावा सिरमौर के धौलाकुंआ में 70, बिलासपुर के नैना देवी में 60, कांगड़ा के पालमपुर में 60, शिमला के नारकंडा, मंडी के कटुआला, कुल्लू के सैंज और कांगड़ा के बैजनाथ में 50-50 मिलीमीटर, शिमला के सराहन, कांगड़ा के धर्मशाला और सिरमौर के नाहन में 40-40 मिलीमीटर वर्षा रिकार्ड हुई है। राज्य में मानसून ने 27 जून को दस्तक दी थी। मौसम विभाग के अनुसार अभी तक मानसून की सामान्य से 33 फीसदी कम वर्षा हुई है। राज्य से मानसून अक्टूबर के पहले हफ्ते विदा होता है। राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार मानसून सीजन में अब तक 411 करोड़ का नुकसान आंका गया है। इसमें लोकनिर्माण विभाग को 172 करोड़ का नुकसान शामिल है। 

मानसून सीजन के दौरान 18 घर पूर्ण रूप से ध्वस्त हुए, जबकि 84 घरों को आंशिक तौर पर नुकसान पहुंचा है। इसके अलावा पांच दुकानें व 83 पशुशालाएं भी ध्वस्त हुई हैं। राज्य में वर्षा जनित हादसों में 119 लोगों की जान गई है। इनमें 59 मौतें पानी के तेज बहाव में बहने, सर्पदंश से आठ, करंट से आठ और ऊंचाई से फिसलने से हुई हैं। इसके अलावा 60 लोगों की विभिन्न सड़क हादसों में जान गई है। 

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