'आखिरी छोर नहीं हैं हमारे बॉर्डर एरिया', नॉर्थ ईस्ट से पीएम मोदी ने दी चीन को चेतावनी

Edited By Yaspal,Updated: 18 Dec, 2022 04:33 PM

our border areas are not the end  pm modi warns china from north east

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को मेघालय पहुंचे। यहां उन्होंने कई परियोजनाओं की सौगात दी। पीएम मोदी ने अपने संबोधन के दौरान चीन का बिना नाम लिए चेतावनी भी दी

नेशनल डेस्कः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को मेघालय पहुंचे। यहां उन्होंने कई परियोजनाओं की सौगात दी। पीएम मोदी ने अपने संबोधन के दौरान चीन का बिना नाम लिए चेतावनी भी दी। उन्होंने कहा कि हमारे लिए नॉर्थ ईस्ट हमारे बॉर्डर एरिया, आखिरी छोर नहीं बल्कि सुरक्षा और समृद्धि का गेटवे हैं। राष्ट्र की सुरक्षा भी यहीं से सुनिश्चित होती है और दूसरे देशों से व्यापार भी यहीं से होती है।

रुकावटों को रेड कार्ड दिखा दिया: PM
इस दौरान पीएम मोदी ने विपक्ष पर भी निशाना साधा और उनपर सीमावर्ती गांवों को पीछे करने का आरोप लगाया। पीएम मोदी ने कहा, ''फुटबॉल में अगर कोई खिलाड़ी खेल भावना से नहीं खेलता तो उसे रेड कार्ड दिखाकर बाहर कर दिया जाता है। ऐसे ही पिछले 8 वर्षों में हमने नॉर्थ ईस्ट के विकास के रास्ते में अनेक रुकावटों को रेड कार्ड दिखा दिया।'

कनेक्टिविटी से विकसित भारत का इरादा है: PM
पीएम मोदी ने कहा कि खेलों को लेकर हमारी सरकार नई नीति लेकर आई है। हमारी प्राथमिकताओं, संकल्पों और कार्य संस्कृति में बदलाव आया है। कनेक्टिविटी से विकसित भारत का इरादा है। सबके प्रयास से भारत के विकास का हमारा संकल्प है। प्राथमिकता अभाव को दूर करने की है। दूरियों को कम करने की है। युवाओं को ​अधिक अवसर देने की है। पीएम ने कहा कि 2014 से पहले फीते काटने वाले पूर्वोत्तर आते आते थे। 

क्षेत्र के आठ राज्यों को ‘अष्ट लक्ष्मी' बताते हुए उन्होंने कहा कि सरकार को पूर्वोत्तर के विकास के लिए आठ नींव स्तंभ पर काम करना चाहिए। उन्होंने कहा कि ये आठ ‘नींव स्तंभ' शांति, ऊर्जा, पर्यटन, 5जी कनेक्टिविटी, संस्कृति, प्राकृतिक खेती, खेल और सामर्थ्य है। एक आधिकारिक बयान के अनुसार, ‘‘पूर्वोत्तर, दक्षिण-पूर्व एशिया का प्रवेश द्वार है और यह पूरे क्षेत्र के विकास का केंद्र बन सकता है। क्षेत्र की इस क्षमता का लाभ उठाने के लिए भारत-म्यांमा-थाईलैंड त्रिपक्षीय राजमार्ग और अगरतला-अखौरा रेल जैसी परियोजनाओं पर काम हो रहा है।''

प्रधानमंत्री ने कहा कि कई शांति समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए, अंतर-राज्यीय सीमा समझौते किए गए और चरमपंथ की घटनाओं में कमी आई है। उन्होंने कहा कि पिछले आठ वर्ष में क्षेत्र में हवाई अड्डों की संख्या नौ से बढ़कर 16 हो गयी है और उड़ानों की संख्या बढ़कर लगभग 1,900 हो गयी है जो 2014 से पहले लगभग 900 थी। उन्होंने कहा कि पूर्वोत्तर के कई राज्य रेलवे के मानचित्र पर आए हैं और जलमार्गों के विस्तार के प्रयास भी किए जा रहे हैं।

मोदी ने कहा कि क्षेत्र में 2014 के बाद से राष्ट्रीय राजमार्गों की लंबाई 50 फीसदी तक बढ़ायी गयी है। उन्होंने पनबिजली और पर्यटन क्षेत्रों की संभावना पर भी बात की। एनईसी पूर्वोत्तर क्षेत्र के आर्थिक एवं सामाजिक विकास के लिए नोडल एजेंसी हैं। इस क्षेत्र में आठ राज्य अरुणाचल प्रदेश, असम, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नगालैंड, सिक्किम और त्रिपुरा शामिल हैं। पूर्वोत्तर परिषद का गठन संसद के एक कानून के जरिए 1971 में किया गया था। हालांकि, इसका औपचारिक उद्घाटन सात नवंबर, 1972 को किया गया था।

कतर में फीफा विश्व कप के फाइनल मुकाबले से पहले मोदी ने कहा कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की सरकार ने पूर्वोत्तर के विकास की राह में आई कई बाधाओं को ‘रेड कार्ड' दिखाया है। प्रधानमंत्री ने अपने 26 मिनट के भाषण में कहा, ‘‘भ्रष्टाचार, भेदभाव, हिंसा और वोटबैंक की राजनीति जैसी बाधाओं को हटाया गया।'' मोदी ने कहा, ‘‘पहले पूर्वोत्तर को बांटने के प्रयास किए गए लेकिन अब हम इस तरह के प्रयासों को रोक रहे हैं।'' 

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