Edited By Pardeep,Updated: 22 Jan, 2025 11:48 PM
यात्रा प्रौद्योगिकी फर्म ओयो ने बुधवार को कहा कि वह इस साल अयोध्या, वाराणसी, प्रयागराज, पुरी, हरिद्वार, मथुरा, वृंदावन, अमृतसर, उज्जैन, अजमेर, नासिक और तिरुपति जैसे धार्मिक शहरों में 500 होटल जोड़ने की योजना बना रही है।
नई दिल्लीः यात्रा प्रौद्योगिकी फर्म ओयो ने बुधवार को कहा कि वह इस साल अयोध्या, वाराणसी, प्रयागराज, पुरी, हरिद्वार, मथुरा, वृंदावन, अमृतसर, उज्जैन, अजमेर, नासिक और तिरुपति जैसे धार्मिक शहरों में 500 होटल जोड़ने की योजना बना रही है। कंपनी ने यह घोषणा ऐसे समय में की है जब देश में धार्मिक पर्यटन फलफूल रहा है। सरकार ने भी पर्यटक स्थलों पर बुनियादी ढांचे में सुधार और पर्यटक आकर्षण विकसित करने की दिशा में कई कदम उठाए हैं।
ओयो ने एक बयान में कहा कि वह इस साल अयोध्या में 150 से अधिक होटल, वाराणसी में 100 और प्रयागराज, हरिद्वार और पुरी में 50-50 होटल जोड़ेगा। अयोध्या नए साल की छुट्टियों के लिए सबसे अधिक ऑनलाइन सर्च किए जाने वाले धार्मिक स्थलों की सूची में शीर्ष पर रहा और एक प्रमुख आध्यात्मिक पर्यटन स्थल के रूप में उभरा है। कंपनी ने कहा, ‘‘अयोध्या में राम मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा के बाद गुणवत्तापूर्ण आवास की बढ़ती मांग को देखते हुए यह कदम उठाया गया है।''
ओयो इंडिया के मुख्य परिचालन अधिकारी वरुण जैन ने कहा, "हमारा ध्यान श्रद्धालुओं एवं आगंतुकों के बीच उच्च गुणवत्ता वाले कमरों की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए प्रमुख धार्मिक केंद्रों में रणनीतिक रूप से स्थित होटल पेश करने पर है।" धार्मिक पर्यटन गतिविधियों से वर्ष 2028 तक 59 अरब डॉलर का राजस्व सृजित होने की उम्मीद है। इससे वर्ष 2030 तक 14 करोड़ अस्थायी एवं स्थायी रोजगार भी पैदा होने का अनुमान है।