Edited By Harman Kaur,Updated: 25 Apr, 2025 09:42 PM
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले में 28 निहत्थे पर्यटकों की बेरहमी से हत्या कर दी गई। पूरी दुनिया इस हमले की कड़ी निंदा कर रही है और आतंकियों को कड़ी सजा देने की मांग कर रही है। इसी बीच पाकिस्तान के विदेश मंत्री और उप...
नेशनल डेस्क: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले में 28 निहत्थे पर्यटकों की बेरहमी से हत्या कर दी गई। पूरी दुनिया इस हमले की कड़ी निंदा कर रही है और आतंकियों को कड़ी सजा देने की मांग कर रही है। इसी बीच पाकिस्तान के विदेश मंत्री और उप प्रधानमंत्री ईशाक डार ने इस घटना पर बेहद चौंकाने वाला और आपत्तिजनक बयान दिया है। उन्होंने इन आतंकियों को "स्वतंत्रता सेनानी" बताया और उनके कृत्य को सही ठहराने की कोशिश की।
'ये आज़ादी के लिए लड़ने वाले हो सकते हैं... '
डार ने यह बयान गुरुवार को इस्लामाबाद में दिया। उन्होंने कहा कि "पहलगाम में हमला करने वाले लोग आजादी के लिए लड़ने वाले हो सकते हैं।"इसके एक दिन पहले भारत ने पहलगाम हमले को पाकिस्तान को जोड़ते हुए इस्लामाबाद के खिलाफ कई जवाबी कदम उठाए थे। इसमें सबसे बड़ा कदम 1960 की सिंधु जल संधि को निलंबित करना और पाकिस्तानी नागरिकों को जारी किए गए सभी वीजा रद्द करना था। भारत ने पाकिस्तान को चेतावनी दी कि आतंक को समर्थन देना बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
पाकिस्तान की प्रतिक्रिया
इसके जवाब में पाकिस्तान ने भी राष्ट्रीय सुरक्षा समिति (NSC) की बैठक की और कुछ फैसले लिए। भारत से व्यापार पर रोक लगा दी और वाघा बॉर्डर बंद करने का निर्णय लिया। भारतीय विमानों के लिए पाकिस्तानी एयरस्पेस बंद कर दिया गया।
डार की गीदड़भभकी
ईशाक डार ने भारत को धमकी भरे लहजे में कहा कि “अगर भारत पाकिस्तान पर हमला करता है, तो उसे माकूल जवाब मिलेगा। पाकिस्तान अपने 24 करोड़ लोगों के पानी का हक कभी नहीं छोड़ेगा। सिंधु जल को रोकना युद्ध की तरह है।”