Edited By Anu Malhotra,Updated: 23 Apr, 2025 12:05 PM
जम्मू-कश्मीर के खूबसूरत हिल स्टेशन पहलगाम में एक दिल दहला देने वाली आतंकी वारदात ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। अनंतनाग जिले के बैसरन इलाके में पर्यटकों के एक ग्रुप पर हुए हमले में 26 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई है, जबकि कई अन्य घायल हैं। इस...
नेशनल डेस्क: जम्मू-कश्मीर के खूबसूरत हिल स्टेशन पहलगाम में एक दिल दहला देने वाली आतंकी वारदात ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। अनंतनाग जिले के बैसरन इलाके में पर्यटकों के एक ग्रुप पर हुए हमले में 26 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई है, जबकि कई अन्य घायल हैं।
इस हमले के बाद केंद्र सरकार ने युद्धस्तर पर कार्रवाई शुरू कर दी है। हमले के पीछे छिपे आतंकियों की तलाश में सुरक्षाबलों ने पूरे इलाके को घेर लिया है। घटना के बाद जांच एजेंसियों ने तेजी से कार्रवाई करते हुए तीन संदिग्ध आतंकियों के स्केच सार्वजनिक किए हैं। इन स्केच की मदद से हमलावरों की पहचान और गिरफ्तारी के प्रयास तेज हो गए हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, जो इस वक्त सऊदी अरब के आधिकारिक दौरे पर थे, दौरा बीच में छोड़कर देश वापस लौट आए। जैसे ही पीएम दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचे, उन्होंने वहीं पर सुरक्षा मामलों की एक आपातकालीन बैठक बुलाई, जिसमें राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और विदेश मंत्री एस. जयशंकर शामिल हुए।
आतंकियों के स्केच जारी, तलाशी अभियान तेज़
हमले के पीछे छिपे आतंकियों की तलाश में सुरक्षाबलों ने पूरे इलाके को घेर लिया है। भीषण आतंकी हमले के बाद देशभर में शोक और आक्रोश का माहौल है। जिस बेरहमी से आतंकियों ने निहत्थे सैलानियों को निशाना बनाया, उससे आमजन का गुस्सा फूट पड़ा है।
सूत्रों के अनुसार, आतंकियों ने हमले को अंजाम देने के लिए बैसरन के घने जंगलों का रास्ता चुना था। आशंका है कि वारदात के बाद भी वे इन्हीं जंगलों से होकर किसी सुरक्षित स्थान की ओर भाग निकले।
अब सुरक्षाबलों ने पूरे इलाके में सघन तलाशी अभियान शुरू कर दिया है। सेना, सीआरपीएफ और जम्मू-कश्मीर पुलिस के जवान पहलगाम के जंगलों में सर्च ऑपरेशन चला रहे हैं। हेलीकॉप्टर और ड्रोन की मदद से ऊंचाई वाले इलाकों की निगरानी की जा रही है, ताकि किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर तुरंत कार्रवाई की जा सके।
अधिकारियों का मानना है कि स्केच जारी होने से आम जनता भी सतर्क हो सकेगी और किसी भी संदिग्ध को देखकर तुरंत जानकारी दे पाएगी। इस पूरे मामले पर राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसियों की नजर है, और केंद्र सरकार हालात पर लगातार नजर बनाए हुए है। हमले के बाद सुरक्षा व्यवस्था को और अधिक कड़ा किया गया है।