Edited By Anu Malhotra,Updated: 25 Apr, 2025 07:53 AM
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। अब इस हमले से जुड़ा एक नया खुलासा सामने आया है, जिसने सुरक्षा एजेंसियों की चिंता और बढ़ा दी है। उत्तर प्रदेश के जौनपुर की रहने वाली एक महिला पर्यटक ने दावा किया...
नेशनल डेस्क: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। अब इस हमले से जुड़ा एक नया खुलासा सामने आया है, जिसने सुरक्षा एजेंसियों की चिंता और बढ़ा दी है। उत्तर प्रदेश के जौनपुर की रहने वाली एक महिला पर्यटक ने दावा किया है कि हमले से ठीक पहले वह एक संदिग्ध व्यक्ति के संपर्क में आई थी—जिसकी हरकतें उसे असामान्य और खतरनाक लगीं।
महिला, जिसका नाम एकता तिवारी है, 20 अप्रैल को करीब 20 लोगों के टूर ग्रुप के साथ पहलगाम पहुंची थीं। बैसरन क्षेत्र की ओर जाते हुए, एकता ने बताया कि उन्होंने रास्ते में कुछ स्थानीय लोगों के बर्ताव में अजीब बात महसूस की। "वे बार-बार कुरान का ज़िक्र कर रहे थे, और हमें अमरनाथ यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन के बिना ले जाने की बात कर रहे थे। यह सब सुनकर मैं चौकन्ना हो गई," एकता ने कहा।
मोबाइल में कैद हुआ शक की जड़ बन चुका चेहरा
एकता ने दावा किया कि उसने उन संदिग्ध लोगों में से एक की तस्वीर अपने मोबाइल फोन में कैद कर ली थी। तस्वीर दिखाते हुए उसने कहा, "यही वो व्यक्ति था जो मुझसे लगातार कुरान की बातें कर रहा था। इसी ने पूछा था कि क्या हम हिंदू हैं या मुस्लिम। जब मैंने उसे बताया कि हम सब मुस्लिम हैं (हालांकि ऐसा नहीं था), तब भी उसका अंदाज़ डराने वाला था।"
‘मैं कुरान का टीचर हूं... हमारे पास 35 बंदूकें हैं’
महिला के मुताबिक, वही व्यक्ति उन्हें बार-बार कुरान पढ़ने को कह रहा था, और खुद को "कुरान का टीचर" बता रहा था। इतना ही नहीं, उसने बातचीत के दौरान 35 बंदूकों की बात भी की—जिसने एकता को गहराई से विचलित कर दिया।
"मैंने ये बात नजरअंदाज नहीं की, क्योंकि माहौल पहले ही अजीब था। अब जब हमला हुआ, तो मुझे यकीन हो गया कि वही लोग किसी बड़ी साजिश का हिस्सा थे," उसने बताया।
सुरक्षा एजेंसियों के लिए बड़ी लीड
एकता द्वारा दी गई जानकारी और फोटो को अब जांच एजेंसियां गंभीरता से ले रही हैं। अगर उसका दावा सही पाया जाता है, तो यह हमला किसी लंबे समय से तैयार की जा रही साजिश का हिस्सा हो सकता है—जिसकी भनक एक आम नागरिक को पहले ही लग गई थी।