Edited By Rahul Rana,Updated: 22 Nov, 2024 09:16 AM
महाराष्ट्र के कोल्हापुर जिले में एक दर्दनाक हादसा हो गया जिसमें स्कूल गेट गिरने से 6वीं कक्षा के छात्र की मौत हो गई। यह घटना कोल्हापुर के करवीर तालुका के केरले गांव के कुमार हाई स्कूल में हुई।
नॅशनल डेस्क। महाराष्ट्र के कोल्हापुर जिले में एक दर्दनाक हादसा हो गया जिसमें स्कूल गेट गिरने से 6वीं कक्षा के छात्र की मौत हो गई। यह घटना कोल्हापुर के करवीर तालुका के केरले गांव के कुमार हाई स्कूल में हुई।
कैसे हुआ हादसा?
स्कूल में दोपहर के भोजन के लिए जाते समय, अचानक स्कूल का भारी लोहे का गेट 12 वर्षीय छात्र स्वरूप माने पर गिर गया। गेट बच्चे के सिर पर लगा, जिससे उसे गंभीर चोट आई। बताया जा रहा है कि गेट जंग लगने से कमजोर हो चुका था, और इसकी मरम्मत की जरूरत थी। स्कूल प्रबंधन को पहले ही इसकी शिकायत की गई थी, लेकिन इसे नजरअंदाज कर दिया गया।
इलाज से पहले ही मौत
घायल स्वरूप माने को तुरंत इलाज के लिए कोल्हापुर के सीपीआर अस्पताल ले जाया गया। हालांकि, गंभीर चोटों की वजह से डॉक्टर उसे बचा नहीं सके, और इलाज शुरू होने से पहले ही उसकी मौत हो गई।
मामले की जांच जारी
इस दर्दनाक हादसे के बाद स्कूल प्रबंधन और जिम्मेदार अधिकारियों की लापरवाही पर सवाल उठ रहे हैं। स्कूल प्रशासन ने अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है। स्थानीय प्रशासन ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
स्थानीय लोगों में आक्रोश
घटना के बाद गांव के लोगों में भारी गुस्सा है। उनका कहना है कि स्कूल प्रशासन की लापरवाही की वजह से एक मासूम की जान गई। गेट के खराब होने की शिकायत पहले ही की जा चुकी थी, लेकिन समय पर ध्यान नहीं दिया गया।
परिवार का हाल
स्वरूप के परिवार पर इस हादसे का गहरा असर हुआ है। एक होनहार और प्यारे बच्चे को खोने का गम उनके लिए असहनीय है। परिवार ने इस घटना की निष्पक्ष जांच और जिम्मेदार लोगों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है।
सुरक्षा के लिए सुझाव
- स्कूल प्रबंधन को सभी गेट और अन्य संरचनाओं की नियमित जांच करनी चाहिए।
- जंग लगे और कमजोर गेट को तुरंत बदला जाना चाहिए।
- बच्चों की सुरक्षा के लिए स्कूल परिसर में निगरानी बढ़ाई जाए।
यह घटना स्कूलों और प्रशासन के लिए एक बड़ा सबक है कि बच्चों की सुरक्षा के मामले में किसी भी तरह की लापरवाही न की जाए।