Edited By rajesh kumar,Updated: 06 May, 2023 02:57 PM
पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी शंघाई सहयोग संगठन (एस.सी.ओ.) की बैठक में हिस्सा लेने के लिए भारत आए हुए हैं।
नई दिल्ली/इस्लामाबाद (प.स./इंट): पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी शंघाई सहयोग संगठन (एस.सी.ओ.) की बैठक में हिस्सा लेने के लिए भारत आए हुए हैं। हालांकि बैठक की शुरूआत में भारतीय विदेश मंत्री डा.एस. जयशंकर के सामने बिलावल के हाथ जोडऩे को लेकर पाकिस्तानी राजनेता भड़के हुए हैं। कई राजनेताओं ने बिलावल की इस हरकत को शर्मनाक करार दिया है।
दरअसल बैठक की औपचारिक शुरूआत से पहले जयशंकर ने सदस्य देशों के विदेश मंत्रियों का स्वागत किया, लेकिन इस दौरान जयशंकर ने पाकिस्तानी विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो से हाथ नहीं मिलाया बल्कि नमस्ते कर औपचारिक स्वागत किया। बिलावल ने भी एस. जयशंकर के नमस्ते के जवाब में अपने हाथ जोड़ लिए। विदेश मंत्री ने आने वाले प्रत्येक विदेश मंत्री का हाथ मिलाकर नहीं बल्कि नमस्ते के साथ अभिवादन किया। हालांकि पाकिस्तान में इसी घटना को लेकर विपक्षी पार्टियों ने बिलावल भुट्टो जरदारी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
पाकिस्तान की प्रमुख विपक्षी पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ की नेता और इमरान खान सरकार में मानवाधिकार मंत्री रहीं शिरीन मजारी ने ट्वीट कर बिलावल भुट्टो के नमस्ते पर निशाना साधा। शिरीन ने कहा कि असली कहानी इस तस्वीर में है जहां भारतीय समकक्ष और मेजबान (एस. जयशंकर) ने बिलावल से हाथ मिलाने के लिए अपना हाथ नहीं बढ़ाया और नमस्ते किया लेकिन बिलावल ने भी ऐसा ही किया। कूटनीति में संकेतों का काफी महत्व होता है, खासकर जब दोनों दुश्मन देश हों। यह बिलावल के तुष्टीकरण का संकेत था जोकि शर्मनाक है।